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संपादकीय

चुनाव से पहले सांप्रदायिकता का पुराना खेल

हरियाणा में सांप्रदायिक तनाव और लोगों की हत्या के परस्पर विरोधी दावे हो रहे हैं। इसके बीच ही दो कुख्यात नामों का सार्वजनिक हो जाना यह संकेत…
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ऐसे घोटालों पर चुप्पी ही भरोसा तोड़ देती है

आम तौर पर जनता या यूं कहें कि मतदाताओं को यह विश्वास होता है कि सरकार, चाहे वह केंद्र की हो अथवा राज्य की, अपनी जनता के हितों की रक्षा…
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भड़काऊ भाषण का सामाजिक असर और शीर्ष अदालत

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को दिल्ली-एनसीआर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि…
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मोदी का भय और भारतीय लोकतंत्र

यूं तो प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल में लोकतंत्र के बेहतर होने का डंका पूरी दुनिया मे बजाते फिरते हैं। लेकिन नौ वर्षों का घटनाक्रम यह दर्शाता…
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भीमा कोरेगांव के बाद मणिपुर प्रयोगशाला

भीमा कोरेगांव के बहुचर्चित मामले में दो और गिरफ्तार लोगों को जमानत मिल गयी। यह जमानत सुप्रीम कोर्ट से दी गयी है। दूसरी तरफ अदालत का यह फैसला…
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भारतीय चावल और विधानसभा चुनाव का रिश्ता

भारत ने चावल निर्यात क्या रोक दिया, अमेरिका के डिपार्टमेंटल स्टोरों में चावल खरीदने की होड़ मच गयी। यह होड़ कुछ ऐसी मची कि दुकानों को यह…
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दो लफ्जों की है दिल की .. .. .. ..

दो लफ्ज भी नहीं बोल पा रहे हैं भारत के प्रधानमंत्री। यह उनके चरित्र के अंदर की झलक है। वरना उन्होंने ही कभी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन…
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इजरायल से भारत को सबक लेना चाहिए

इज़राइल के दक्षिणपंथी प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को विधायी जीत हासिल की जब उनके गठबंधन ने नेसेट में उनकी न्यायिक ओवरहाल…
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म​णिपुर से गुजरात दंगे की याद आती है

सर्वोच्च न्यायालय ने जब मणिपुर की घटना पर स्वतः संज्ञान लिया तो सरकार को चौकन्ना होना पड़ा। आनन फानन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मीडिया…
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मणिपुर को दूसरे राज्यों के संदर्भ में समझना होगा

मणिपुर में ढाई महीने की व्यापक और निरंतर हिंसा के बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी। राज्य में संघर्ष की जघन्य…
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देश के मुद्दों पर हावी चुनावी राजनीति

लोकतंत्र में ऐसा माना जाता है कि जब देश में अराजकता हो तो संसद शांत नहीं रह सकती क्योंकि वह उस देश में रहने वाले लोगों का प्रतिनिधित्व करती…
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गुजरात दंगे में अटल जी को याद कीजिए

गुजरात के दंगे पर जब हालात काबू में नहीं आ रहे थे तो तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने वहां के न सिर्फ दौरा किया था बल्कि…
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देश की अर्थव्यवस्था उतनी भी सुनहरी नहीं

भारतवर्ष की अर्थव्यवस्था को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा बढ़ती जा रही है। इस चर्चा का सार यह है कि भारत कुछ ही समय में विश्व…
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रात भर का है मेहमान अंधेरा.. … …

मणिपुर की हालत कुछ ऐसी है कि चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा दिखाई दे रहे हैं। दरअसल जब सत्ता ही हिंसा को बढ़ावा दे और सामाजिक विभेद के जरिए अपनी…
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देश शर्मिंदा पर सरकार क्यों नहीं

जब तक शर्मनांक वीडियो सार्वजनिक नहीं हुआ था, नरेंद्र मोदी भी चुप्पी साधकर बैठे थे। ऐसा नहीं है कि इस घटना की सूचना मणिपुर की सरकार अथवा…
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