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बांग्लादेश से हिल्सा भेजने का फैसला हुआ

मोदी के इंकार के बाद कूटनीतिक माहौल में परिवर्तन दिखा

राष्ट्रीय खबर

 

ढाकाः लगातार इंकार करने के बाद अचानक से बांग्लादेश सरकार ने दुर्गापूजा के मौके पर हिल्सा मछली भारत भेजने का फैसला लिया है। यह सरकार के पूर्व फैसलों से यू टर्न है।

समझा जाता है कि इसके पीछे भारतीय प्रधानमंत्री का कठोर फैसला है।

दरअसल अमेरिका में नरेंद्र मोदी से बांग्लादेश के प्रभारी मोहम्मद यूनुस से भेंट करने का प्रस्ताव दिया था।

जिसे भारतीय प्रधानमंत्री ने नकार दिया है। इसके बाद ही ढाका ने हिलसा मछली को भारत भेजने का फैसला किया।

वैसे इसके पीछे दूसरा कारण भारत से प्याज और अंडे का निर्यात भी एक वजह हो सकता है।

तय है कि अगर भारत ने इन दोनों का निर्यात बंद कर दिया तो बांग्लादेश में फिर से इनके दाम बढ़ जाएंगे।

शेख हसीना की सरकार के जाने के बाद बांग्लादेश में नई कार्यवाहक सरकार बनी।

इसके बाद बांग्लादेश के भारत के साथ रिश्ते सवालों के घेरे में आ गए। ऐसे में बांग्लादेश ने यूनुस की अमेरिका में मोदी से मुलाकात का अनुरोध किया।

लेकिन दिल्ली ने उस प्रस्ताव को नहीं कह दिया। इस बीच, ढाका ने हिलसा मछली को भारत भेजने का फैसला किया। नई सूचना मुताबिक, बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्रालय ने दुर्गा पूजा के मौके पर भारत को 3 हजार मीट्रिक टन हिल्सा मछली के निर्यात को मंजूरी दे दी है।

दावा किया गया है कि इस खबर की जानकारी बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्रालय ने शनिवार को एक सर्कुलर में दी। गौरतलब है कि बांग्लादेश सरकार पिछले कुछ सालों में हर बार दुर्गा पूजा से पहले हिल्सा को भारत भेजती है।

हालांकि इस बार सरकार बदलने के कारण इसे लेकर संशय पैदा हो गया। इससे पहले 3 सितंबर को बांग्लादेश सचिवालय की मत्स्य एवं पशुधन सलाहकार फरीदा अख्तर ने टिप्पणी की थी कि इस बार पूजा के दौरान हिल्सा मछली भारत नहीं भेजी जाएगी।

उन्होंने कहा, हिल्सा बहुत स्वादिष्ट मछली है। देश के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के बाद हम निर्यात के बारे में सोच सकते हैं।

इससे पहले 2023 में दुर्गा पूजा के दौरान बांग्लादेश से भारत में 5 हजार मीट्रिक टन हिल्सा का निर्यात किया गया था।

लेकिन उस समय हसीना की सरकार थी। हालाँकि, जब बांग्लादेश में यूनुस की अंतरिम सरकार सत्ता में आई, तो हिल्सा के निर्यात को लेकर हंगामा मच गया।

इस बीच, सलाहकार फरीदा अख्तर ने टिप्पणी की कि हिल्सा को नहीं भेजा जाएगा, हालांकि, हिल्सा हमेशा बांग्लादेश और भारत के बीच व्यापार के साथ-साथ कूटनीति का माध्यम रहा है।

ऐसे में यूनुस और मोदी के अमेरिकी दौरे के मद्देनजर बांग्लादेश सरकार ने हिल्सा के निर्यात को लेकर बड़ा ऐलान किया है। इस बीच अधिसूचना के मुताबिक, भारत में हिल्सा आयात करने के लिए उस देश के निर्यात से जुड़े व्यापारियों को 24 सितंबर तक टेंडर जमा करना होगा।

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