कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी के भाषण के तथ्यों को खारिज किया
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जो आजादी के लिए लड़े नहीं वे क्या जाने
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आज ही के दिन बांग्लादेश आजाद हुआ था
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संविधान के मुताबिक समानता होनी चाहिए
नईदिल्लीः राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लोकसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब देने के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को बदनाम करने के लिए तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को उनसे देशवासियों और संसद से माफी मांगने की मांग की।
श्री खरगे ने सदन में भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा में भाग लेते हुए यह मांग की। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन आयरन लेडी कही जाने वाली इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े करके और बंगलादेश को आजाद करके तथा एक लाख सैनिकों को बंदी बनाकर इस देश को बचाया। इससे पूरी दुनिया में इस देश के गौरव का पता चला। आयरन लेडी ने बता दिया कि हमारे पास आये तो खैर नहीं।
उन्होंने कहा कि एक आज का दिन है कि ये लोग वहां के अल्पसंख्यक को बचाने की कोशिश तो करे। उन्होंने कहा कि हम सब ने संविधान को अंगीकार किया है लेकिन सत्तापक्ष वाले लोग समाजवाद की बात करते हैं जो मनुस्मृति पर चलने वाले हैं। ये झंडे और अशोक चक्र से नफरत करते हैं। ये लोग संविधान से नफरत करते हैं।
जब संविधान लागू हुआ, उस दिन इन लोगों ने लाल किला मैदान में जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी और डॉ बाबा साहेब अंबेडकर के पुतले जलाये थे। उन्होंने श्री जगदीप धनखड़ के सात दिसंबर 2022 को सदन के सभापति के रूप में कार्यभार संभालने के दिन का उल्लेख करते हुए कहा, उस दिन मैंने जो कहा था उस पर आप ध्यान दीजिये। उन्होंने कहा, समतावादी भारत का सपना देखने वालों का मैं आभारी हूं। यह संविधान आजादी की लड़ाई से बना है।
उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना के अनुसार समानता होनी चाहिए। भाईचारा होना चाहिए, आजादी होनी चाहिए लेकिन अब वे लोग इसके स्थान पर समाजवाद और अर्थशास्त्र पर चर्चा कर रहे हैं। आज जो संविधान की बात कर रहे हैं, यह बदलाव कब हुआ। इस देश की जनता ने 2024 के आम चुनाव में इनका मन बदलने का काम किया है।
विपक्ष के नेता ने कहा कि संविधान भारत के हर व्यक्ति को शक्तिशाली बनाता है। इसमें जाति आदि के आधार पर भेदभाव नहीं है। संविधान के प्रति हमें सजग रहना होगा। इनका मन कब बदल जाये पता नहीं। भारत में महिलाओं को मत देने का अधिकार कांग्रेस ने और संविधान ने दिया है।
उन्होंने श्री मोदी का नाम लिये बगैर कहा कि जो अच्छी बातें थी, उसको काट देते हैं और अपनी बात करते हैं। जो लोग देश के लिए लड़े नहीं, उनको आजादी की लड़ाई और संविधान का क्या पता होगा। प्रधानमंत्री दूसरे सदन में जुमले और झूठ की बात करते हैं लेकिन सबसे बड़े झूठे और जुमलेबाज वे खुद हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के लोग तो बाबा साहेब का भी सम्मान नहीं करते हैं। संविधान सभा में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत था लेकिन बाबा साहेब को संविधान सभा का अध्यक्ष चुना गया। आजादी मिली थी तो खाने के अनाज नहीं थे। देश में सुई तक नहीं बनती थी। पिछले 60 वर्षों में देश ने बहुत तरीकी की है। यह सब पंडित नेहरू, बाबा साहेब, महात्मा गांधी, मौलाना आजाद और सरदार पटेल की देन है।