ओउगाडोउगोउः हिंसा पीड़ित देश बुर्किना फासो में संघर्ष रूकने का नाम भी नहीं ले रहा है। इसी संघर्ष की वजह से वहां से पिछले कुछ वर्षों में लाखों लोग पलायन कर पड़ोसी देशों में चले गये हैं। पड़ोसी देशों के लिए भी बुर्किना फासो के शरणार्थियों को संभालना अब कठिन होता जा रहा है।
इसके बीच ही खबर है कि देश के उत्तर पश्चिमी इलाके के शहर नोउना में 28 लोगों की हत्या कर दी गयी है। सरकार के साथ हथियारबंद विद्रोहियों की लड़ाई के बीच इन लोगों के मारे जाने के संबंध में स्थानीय लोगों ने सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है।
यह कहा गया है कि इन सारे लोगों की हत्या हथियार बंद उन लोगों ने की है, जिन्हें सरकार का समर्थन प्राप्त है। दरअसल सरकार के साथ वहां इस्लामी आतंकवादियों की लड़ाई में सरकार ने भी अपनी ताकत बढ़ाने के लिए युवाओं को हथियार देकर स्वयंसेवक बनाया है।
अब इन स्वयंसेवकों पर पहली बार इस किस्म के नरसंहार का आरोप लगा है। एक दशक से आतंकवाद से जूझते इस देश की सेना आतंकवादियों को अब तक नियंत्रित नहीं कर पायी है।
समझा जाता है कि दूरस्थ इलाकों में दरअसल सरकार का नहीं बल्कि इस्लामी आतंकवादियों का ही शासन चलता है। वैसे सरकार पर हत्या का आरोप लगने के बाद भी अब तक सरकार की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गयी है। इस देश में जब पिछले साल के जनवरी माह में सेना ने सत्ता पर कब्जा कर लिया था तो सेना ने इस किस्म की आतंकवादी गतिविधियों को रोकने का आश्वासन दिया था।
अब पूरे एक साल बीत जाने के बाद भी इस स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। स्थानीय नागरिक संगठनों के हवाल से कहा गया है कि वहां मारे गये 28 लोगों की लाशें गत 30 एवं 31 दिसंबर को बरामद हुई हैं। समझा जाता है कि एक दिन पहले इस्लामी आतंकवादियों के हमले के बाद भी होमलैंड डिफेंस वॉलेटिर्स नामक इस हथियारबंद संगठन के लोगों ने इतने सारे लोगों को मार डाला है।