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मुख्यमंत्री साहा ने कार्रवाई की मांग स्पीकर से की
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मामला सामने आने के बाद पूरा विपक्ष उठ खड़ा हुआ
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स्पीकर से कार्यवाही के बारे में सदस्यों ने पूछा
पूर्वोत्तर संवाददाता
गुवाहाटी : सीपीएम, कांग्रेस और टिपरा मोथा के विधायकों के निलंबन के बाद विपक्ष ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष ने सीपीएम-कांग्रेस के एक-एक और टिपरा मोथा के तीन विधायकों को दिन भर के लिए निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू किया। टिपरा मोथा, कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष वेल में आ गया और नारेबाजी शुरू कर दी।
त्रिपुरा विधानसभा में शुक्रवार को हंगामे की शुरुआत उस समय हुई, जब विपक्षी दलों ने बजट भाषण के दौरान भाजपा विधायक जादब लाल नाथ के खिलाफ कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। भाजपा विधायक सदन के पिछले सत्र में आपत्तिजनक वीडियो देखते हुए दिखे थे। तब उनकी खूब आलोचना हुई थी।
मामले को उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष अनिमेष देबबर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष से सवाल पूछा कि आपत्तिजनक वीडियो देखने वाले भाजपा विधायक के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। जब स्पीकर ने किसी तरह की कार्रवाई से इनकार किया तो विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
हंगामे के बीच मुख्यमंत्री माणिक साहा ने स्पीकर विश्वबंधु सेन से हंगामा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने वित्त मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय के बजट भाषण के दौरान हंगामे को गंभीर बताया।
मुख्यमंत्री की मांग पर स्पीकर ने कांग्रेस विधायक सुदीप राय बर्मन, टिपोरा मोथा के विधायक बीरसकेतु देब बर्मा, रणजीत देबबर्मा, नंदिता रियेंग और सीपीआई एमएलए नायन सरकार को एक दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया। निलंबन की घोषणा होते ही पूरे विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान वित्त मंत्री का बजट भाषण भी रुका रहा।