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अत्यंत घनी आबादी के शहर में यह प्रयोग
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उसके टर्मिनल भवन को यथावत रखा जाएगा
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तोड़े गये सीमेंट से पार्क में बेंच बनाया जाएंगे
एथेंसः ग्रीक देश की अपने प्राचीन संरचनाओँ के साथ साथ प्राकृतिक सुंदरता के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। इसकी राजधानी एथेंस भी इन कारणों से एक पर्यटन केंद्र है। दरअसल एथेंस के आस पास ही कई ऐसे वैश्विक पर्यटन के आकर्षण के केंद्र है।
इसके बाद भी दुनिया भर के शहरीकरण के जैसा ही इस शहर पर भी आबादी का असर पड़ा था। इस कारण वहां अब खुले और हरे भरे स्थान की कमी हो गयी है। इसी कमी को दूर करने के लिए यहां के पुराने हवाई अड्डे के इलाके में एक तटीय पार्क तैयार करने की योजना पर काम हो रहा है।
कभी यह एयरपोर्ट ही ग्रीस में आने का सबसे प्रमुख हवाई मार्ग होता था। इस एयरपोर्ट का नाम एलिनिकॉन है। पिछले दो दशक से इस एयरपोर्ट का अब इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इस कारण ग्रीस का यह पूर्व का इंटरनेशनल एयरपोर्ट का इलाका पूरी तरह वीरान ही पड़ा हुआ है। वर्ष 2001 में इसे बंद कर दिया गया था। उसके बाद वर्ष 2004 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के आयोजन के मौके पर इसी एयरपोर्ट के इलाके में कुछ खेल आयोजित किये गये थे।
अब यह फिर से खाली पड़ा होने की वजह से एथेंस को हरा भरा पार्क देने की योजना में इसे शामिल किया गया है। अगले साल से इसे इको पार्क में तब्दील करने का काम प्रारंभ हो जाएगा। छह सौ एकड़ के इलाके में हरियाली देने की योजना इसके शिल्पकारों ने तैयार कर ली है। वैसे इस विशाल पार्क में खेल के कई मैदान तथा एक बड़ा सांस्कृतिक केंद्र भी होगा। इससे परिवेश औऱ सामाजिक परिवेश दोनों के लिए यह लोगों को राहत दे सकेगा।
दावा किया गया है कि बन जाने के बाद यह लंदन के पार्क से भी ज्यादा बड़ा और सुंदर होगा। इसे तैयार करने का काम बोस्टन के सासाकि को दिया गया है। इस कंपनी ने न्यूयार्क के ग्रीनएकर पार्क, चार्लेस्टन वाटरफ्रंट पार्क और 2008 के बीजिंग ओलंपिकक में हरियाली बनाने का काम किया है। इसलिए कंपनी ने पहले ही तय कर दिया है कि इस इलाके के कुछ प्राचीन धरोहरों का उसी अवस्था में संरक्षण भी किया जाएगा। एयरपोर्ट के टर्मिनल हॉल को वैसा ही रखा जाएगा। वहां सीमेंट के जो अतिरिक्त ढांचे हैं, उन्हें तोड़कर दोबारा इस्तेमाल किया जाएगा।
इससे पार्क में जगह जगह पर सीमेंट के बेंच बना दिये जाएंगे। साथ ही यहां की हरियाली के लिए राजधानी के गंदे जल को फिल्टर कर इस्तेमाल में लाया जाएगा। इससे कुछ ही वर्षों में लोगों को हरियाली का आनंद देने वाला एक विशाल पार्क बनकर तैयार हो जाएगा। ओलंपिक के लिए वहां बने जलागारों को बारिश के जल को एकत्रित करने का भंडार बनाया जाएगा। इससे लोगों को एक करीब 3.7 एकड़ का लेक भी मिल जाएगा।