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सिर्फ एक सैंडविच देने के बाद पहचान हुई
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विश्वयुद्ध की वजह से बिछड़ गये थे दोनों
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टैक्सीचालक ने अखबार तक यह सूचना दी
पेरिसः दूसरे विश्वयुद्ध के पहले दोनों की पहचान थी लेकिन युद्ध की वजह से दोनों बिछड़ गये थे। दोनों के बीच की उस पुरानी पहचान का गवाह सिर्फ तस्वीर थी। अब दोनों की उम्र नब्बे के पार होने के बाद भी वे एक दूसरे से मिल पाये हैं और शादी के लिए तैयार हैं। अभी दूसरे विश्वयुद्ध के उस सैनिक की उम्र 99 साल है जबकि उस लड़की की उम्र अब 92 वर्ष है। लोगों ने इस घटना को प्रसिद्ध फिलिस्तीनी कवि मोहम्मद दारविश की लिखी कविता से जोड़ा है। उनकी एक चर्चित कविता थी, हमारी मुलाकात कब होगी, इस युद्ध के बाद, यह युद्ध कब खत्म होगा, हमारी मुलाकात के बाद।
दोनों की पहचान विश्वयुद्ध के दौरान हुई थी। इस मुलाकात के वक्त ब्रिटेन की सेना के इंजीनियरिंग विभाग के सैनिक रेजिनाल्ड पाई नार्मेंडी के युद्ध में गये थे। उस वक्त उनकी उम्र 21 साल की थी। वहां पर फ्रांस की लड़की हुगेत जोफ्रोया से वह मिले थे। उस वक्त जोफ्रोया की उम्र मात्र 14 साल की थी। दोनों की मुलाकात की कहानी भी रोचक है। हुगेत को बहुत भूख लगी थी और रेजिनाल्ड ने उन्हें एक सैंडविच खाने को दिया था। उसी वक्त हुगेत ने उन्हें अपनी फोटो दी थी।
इस फोटो को रेजिनाल्ड ने अपनी वालेट में संभालकर रखा था। इस घटना के बाद दोनों बिछड़ गये थे। सात दशक बीत जाने के दौरान रेजिनाल्ड ने कई बार उसे तलाशने की कोशिश की थी लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया था। इस कोशिश के क्रम में वहां के एक टैक्सीचालक को उनकी यह कहानी की जानकारी मिली। उस टैक्सीचालक ने स्थानीय अखबारों में इस सूचना को पहुचाने का काम किया था। प्रेस को भी यह लीक से हटकर खबर लगी थी तो वे रेजिनाल्ड के पास मौजूद उस तस्वीर के साथ पूरी खबर प्रकाशित की गयी।
इस खबर के प्रकाशित होने के बाद हुगेत की बेटी की नजर इस पर पड़ी। वह खुद रेजिनाल्ड को खोजने आ पहुंची। अपनी प्रेमिक का पता चलने के बाद 99 साल के रेजिनाल्ड पिछले महीने फ्रांस आये थे। इस बार भी वह मिलने के मौके पर सैंडविंच लेकर ही आये थे। इतने वर्षों बाद दोनों के परिवार के लोग भी इस मुलाकात से खुश हैं और दोनों की शादी की तैयारी चल रही है।