महाराष्ट्र के नासिक में पुलिस पर पथराव के बाद तनाव
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अदालती आदेश पर हुई कार्रवाई
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यूबीटी ने कहा यह साजिश ही है
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अवैध निर्माण को अंततः हटा दिया
नासिकः महाराष्ट्र के नासिक शहर में एक अनधिकृत दरगाह ढहाने के दौरान बुधवार को भीड़ ने नासिक पुलिस पर पथराव किया जिससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने बताया कि बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद नासिक नगर निगम के कर्मियों ने शहर के काठे गली इलाके में अनधिकृत सतपीर बाबा दरगाह को हटा दिया।
यह तोड़फोड़ अभियान ऐसे समय में चलाया जा रहा है, जब शिवसेना (ठाकरे समूह) आज नासिक में एक दिवसीय निर्धार शिविर आयोजित कर रही है। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने दरगाह ढहाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, शिविर के आयोजन में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया जा रहा है।
इरादा हमें डराने का है। उन्होंने दरगाह पर कार्रवाई के लिए आज का दिन क्यों चुना? ये सब ध्यान भटकाने की तरकीबें हैं। उन्होंने आगे कहा, दरगाह पर बुलडोजर चलाकर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। हिम्मत है तो आगे आएं और मुकाबला करें। हम तैयार हैं।
श्री राउत ने सवाल किया कि दरगाह प्रशासन को 15 दिन का नोटिस पहले ही दिया जा चुका था, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) कैंप के दिन ही कार्रवाई क्यों की गई? उन्होंने आरोप लगाया, भाजपा हमेशा सही समय तय करती है, दंगा कब करना है, यह पहले से तय कर लेती है।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के बीच रविवार को हुई मुलाकात के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, वे अमरस पूरी खाने के लिए मिले होंगे। देखते हैं गठबंधन बनता है या नहीं। फिलहाल अमित शाह तीन पार्टियों को चला रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि किसी भी संभावित गठबंधन का शिवसेना ठाकरे कैंप पर कोई असर नहीं पड़ेगा।