रूस की एक मिसाइल से सहमे हैं पूर्वी यूरोप के देश
वारशाः नॉर्वे ने यूक्रेन के निकट पोलिश हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए एफ-35, 100 सैनिक भेजे है। नॉर्वे के रक्षा मंत्री ने सोमवार को घोषणा की कि नॉर्वे पोलैंड के रेज्ज़ोव हवाई अड्डे के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए नाटो के तहत जिम्मेदारी संभालेगा और ऐसा करने के लिए 100 सैनिक, वायु रक्षा प्रणाली और एफ-35 लड़ाकू जेट भेजेगा।
यूक्रेनी सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर यह हवाई अड्डा सैन्य सामानों के परिवहन के लिए केंद्रीय है। रक्षा मंत्री ब्योर्न एरिल्ड ग्राम ने एक बयान में कहा कि विभिन्न नाटो सहयोगी पोलैंड को हवाई सुरक्षा प्रदान करने में बारी-बारी से काम कर रहे हैं। दरअसल रूस द्वारा यूक्रेन के इलाके में नये किस्म के मिसाइल का परीक्षण किये जाने से यह सारे देश भयभीत है। यह सभी देश निजी तौर पर रूसी सेना का मुकाबला करने की क्षमता नहीं रखते। इसलिए नाटो की छत्रछाया में एक दूसरे की सुरक्षा मे मदद कर रहे हैं।
ग्राम ने कहा, यह हवाई अड्डा चिकित्सा निकासी प्रयासों के लिए भी केंद्रीय है, जिसके लिए नॉर्वे जिम्मेदार है। ग्राम ने कहा कि खास किस्म की वायु रक्षा प्रणाली, सैनिक और लड़ाकू विमान अगले कुछ दिनों में भेजे जाएंगे और नॉर्वेजियन मिशन, जो पोलिश हवाई क्षेत्र में संचालित होगा, ईस्टर तक चलेगा। वर्तमान में अमेरिकी सैनिक वहां तैनात हैं, और हवाई अड्डे की सुरक्षा अमेरिकी पैट्रियट वायु रक्षा इकाइयों द्वारा की जाती है।
जर्मनी ने पिछले सप्ताह यह भी घोषणा की थी कि वह वर्ष की शुरुआत में पैट्रियट सिस्टम को दक्षिण-पूर्वी पोलैंड में स्थानांतरित करेगा। पोलिश रक्षा मंत्री व्लादिस्लाव कोसिनियाक-कामिज़ ने एक्स पर एक पोस्ट में नॉर्वे को धन्यवाद दिया। दिसंबर से, हमारी सीमाओं की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा।
चार नॉर्वेजियन एफ-35 और उनकी वायु रक्षा प्रणालियाँ हमारे अंतरिक्ष और नाटो के पूर्वी भाग की रक्षा करेंगी। नॉर्वे के हमारे सहयोगियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। पोलैंड यूक्रेन का एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सैन्य सहयोगी है, जिस पर रूस ने ढाई साल से अधिक समय तक हमला किया है। वारसॉ कीव को पश्चिमी सैन्य सहायता के लिए एक रसद केंद्र के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।