मणिपुर में आतंकवादी गतिविधियां अब भी जारी
राष्ट्रीय खबर
गुवाहाटीः मणिपुर पुलिस ने शनिवार को जानकारी दी कि देर रात मणिपुर के नारानसेना इलाके में कुकी उग्रवादियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान मारे गए। पुलिस ने बताया कि हमला आधी रात को शुरू हुआ और इलाके में 2:15 बजे तक जारी रहा।
इस बीच, मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, प्रदीप कुमार झा ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में बाहरी मणिपुर में अधिक मतदान और हिंसा की न्यूनतम घटनाओं पर प्रकाश डाला। मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, लगभग एक घंटे पहले हमें मिली आखिरी रिपोर्ट तक, मतदान प्रतिशत 75 प्रतिशत के बीच था और कोई बड़ी गड़बड़ी की सूचना नहीं थी।
इससे पहले, आम चुनाव के पहले चरण के दौरान छत्तीसगढ़ में एक आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के एक सहायक कमांडेंट घायल हो गए थे। बीजापुर पुलिस ने कहा कि वह भैरमगढ़ के चिहका गांव के पास चुनाव ड्यूटी पर थे, जब यह घटना हुई।
मणिपुर पुलिस ने कहा कि ये जवान राज्य के बिष्णुपुर जिले के नारानसेना इलाके में तैनात सीआरपीएफ की 128वीं बटालियन के हैं। इससे पहले मणिपुर के कांगपोकपी जिले में बीते बुधवार को एक शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (आईईडी) में विस्फोट होने से इंफाल-माओ राजमार्ग का पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके कारण राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गयी।
पुलिस ने कहा कि इंफाल-माओ राजमार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई और पुल के दोनों ओर लगभग 200 वाहन फंसे हुए थे। पुलिस के मुताबिक, विस्फोट से पुल में करीब तीन छेद हो गए। गौरतलब है कि तीन मई 2023 से अलग-अलग समय पर विभिन्न कुकी संगठनों द्वारा राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया है और मैतेई लोगों की आवाजाही रोक दी गई थी। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि धमाके के पीछे किसका हाथ है।
ससे पहले उपद्रवियों ने तीन जिलों कांगपोकपी, उखरूल और इंफाल पूर्व के ट्राइजंक्शन जिले में एक दूसरे पर फायरिंग की। इस गोलीबारी में कुकी समुदाय के 2 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद थौबल जिले के हेइरोक और तेंगनौपाल के बीच 2 दिन की क्रॉस फायरिंग के बाद इम्फाल पूर्वी जिले के मोइरंगपुरेल में फिर से हिंसा भड़क उठी। जिसमें कांगपोकपी और इंफाल पूर्व दोनों के हथियारबंद उपद्रवी शामिल थे।