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डॉ बीपी कश्यप फिर बने झारखंड के गौरव

विट्रियो – रेटिना के क्षेत्र में फेको की मानद उपाधि से हुए सम्मानित

राष्ट्रीय खबर

रांचीः गत 15 मार्च को कोलकाता में आयोजित अखिल भारतीय नेत्र सोसाइटी के 82वें वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में झारखंड रांची के प्रसिद्द नेत्र चिकित्सक डॉ बीपी कश्यप को विट्रियो – रेटिना के क्षेत्र में फेको की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान के सेक्रेटरी स्वामी नित्याकामानंद के द्वारा प्रदान किया गया। यह मानद उपाधि देश के जिन चुने विट्रियो – रेटिना सर्जन्स को उनके रेटिना के क्षेत्र में किए गय कामों के सम्मान के लिए दी जाती है।

गौरतलब हो कि 1984 में डॉ बीपी कश्यप ने झारखंड (तब बिहार) में पहली बार रेटिना ट्रीटमेंट की शुरुआत की थी। उस समय वह समूचे बिहार के इकलौते रेटिना सर्जन थे। 1984 से लेकर 2004 तक, वे झारखंड और बिहार के इकलौते रेटिना सर्जन रहे। आज झारखंड में रेटिना के क्षेत्र में जितनी भी नई तकनीके, मशीनें, ट्रीटमेंट पद्धति, रिसर्च, प्रशिक्षण इत्यादी मौजुद हैं, झारखंड में सबको लाने का श्रेय, सिर्फ डॉ बीपी कश्यप को जाता है।

इनमें, 2003 में प्रीमैच्योर बच्चों के आंखों के रेटिना का इलाज शुरू करना, 2009 में रेटिना के सर्जरी की दुनिया की सबसे आधुनिक कॉन्स्टेलशन मशीन को लाना, रेटिना के इलाज हेतु इंट्राविट्रियल इंजेक्शन की 2006 में शुरुआत करना, रेटिना के इलाज की सबसे आधुनिक मशीन, और अभी तक की झारखंड की एकमात्रा इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी मशीन 2018 में लाना, 2021 में रेटिना के दवाइयों का झारखंड में पहला और अब तक का पहला क्लिनिकल ट्रायल शुरू करना, 2022 में झारखंड का पहला और एकमात्रा रेटिना का राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण सुविधा की शुरू करना आदि शामिल है। डॉ. कश्यप के राष्ट्रीय स्तर पर इस मानद उपाधि से सम्मानित किए जाने पर, हिंदुस्तान के नेत्र स्वास्थ्य के नक्शे पे, झारखंड का नाम, स्वर्णिम अक्षरों में उभर कर आया है।

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