थौबल जिले में हिंसा, गोलीबारी की घटना में चार की मौत 11 लोग घायल
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आतंकवादी कार्रवाई में पांच गंभीर
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आरपीजी से भी गोले दागे गये हैं
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पुलिस की वर्दी पहनकर आये थे
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी : पूर्वोत्तर भारतीय राज्य मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में हिंसा की एक नई लहर शुरू हो गई है। दो जनवरी को बंदूकधारियों ने पुलिस कमांडो को ले जा रहे वाहनों को उस समय निशाना बनाया था जब वे म्यांमार के करीब सीमावर्ती शहर मोरेह जा रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, सशस्त्र बदमाशों ने राज्य के कमांडो पर आरपीजी भी गोलीबारी की, जब सुरक्षा बल तलाशी अभियान चला रहे थे।इस बीच, घायल कमांडो को असम राइफल्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पांच सुरक्षा बल जिनमें से चार सीडीओ और एक बीएसएफ के हैं।
हाल की घटनाओं ने पहले से ही जातीय संघर्ष से जूझ रहे क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है। इससे पहले मणिपुर में 2024 के पहले दिन हिंसा हुई है। गोलीबारी की एक घटना में कथित तौर पर चार लोग मारे गए हैं और चौदह अन्य घायल हो गए हैं। यह घटना लिलोंग चिंगजाओ में हुई है, जहां सशस्त्र बदमाशों ने लोगों पर गोलीबारी की, जिसमें चार लोग मारे गए और चौदह अन्य घायल हो गए, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
खबरों के अनुसार, हथियारबंद बदमाश चार वाहनों में पुलिस की वर्दी पहनकर आए और लोगों पर गोलियां चलाईं। कथित तौर पर घटना के बाद हंगामा हुआ और अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए गए दो वाहनों को गुस्साई भीड़ ने जला दिया। इस बीच, घटना के मद्देनजर घाटी के सभी जिलों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है।
अतिरिक्त बलों को भी संवेदनशील स्थानों पर भेजा गया है, जहां परेशानी हो सकती है। यह भी बताया जा रहा है कि घटना के बाद राज्य की राजधानी इंफाल में भी तनाव बढ़ गया है।
उधर, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कई दिनों से जारी हिंसा को लेकर मंगलवार को दावा किया कि मोरेह शहर में सुरक्षा बलों पर हुए हमलों में म्यांमार से आए विदेशी भाड़े के सैनिकों के शामिल होने की संभावना है। श्री सिंह ने यहां क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज करा रहे घायल सुरक्षाकर्मियों से मिलने के बाद कहा कि आतंकवादी अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं और सरकार उनका मुकाबला कर रही है।
आपको बता दें पुलिसकर्मियों पर हमला सर्चिंग के दौरान हुआ था। हमले को लेकर सीएम सिंह ने कहा, तलाशी और तलाशी अभियान जारी है और अतिरिक्त बल भेजा गया है। हमें म्यांमार की ओर से विदेशी भाड़े के सैनिकों के शामिल होने का कुछ संदेह है। हम ऐसी आतंकवादी गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
मणिपुर में 12 घंटे के अंदर दूसरी बार सुरक्षाबलों और विद्रोहियों के बीच क्रॉस फायरिंग हुई है। पुलिस ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि तेंगनौपाल जिले के मोरेह शहर में सर्च ऑपरेशन जारी है। इसी दौरान दो लोगों को पकड़ा गया। उन्हें छुड़ाने के लिए विद्रोहियों ने फायरिंग की। स्थानीय महिलाओं ने पकड़े गए लोगों को छुड़ाने का प्रयास किया। सुरक्षाबलों ने भी क्रॉस फायरिंग की है। मुठभेड़ अभी भी जारी है। आपको बता दें नए साल के पहले दिन सोमवार को मणिपुर में हिंसा हुई।
ये हिंसा थौबल के लेंगोल पहाड़ी इलाके में हुई। जिसमें 4 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई और 11 लोग घायल हो गए थे। खबरों के मुताबिक ये हिंसा उस समय हुई जब हमलावर लिलोंग चिंगजाओ इलाके में जबरन वसूली के लिए आए थे, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ। स्थानीय लोगों ने हमलावरों को खदेड़ा, लेकिन बदमाशों ने भागते समय फायरिंग कर दी।
हालांकि स्थानीय लोगों ने हमलावरों की तीन गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपियों को पहचान कर ली है। घटना के बाद इलाके में तनाव है। मणिपुर के मोरेह में रविवार को उस समय तनाव फैल गया था जब विद्रोहियों और सुरक्षा बलों की क्रॉस फायरिंग में कुछ नागरिक घायल हो गए थे। घायलों का इलाज सुरक्षा बल के जवानों ने किया। रविवार को ही मैतेई और कुकी क्षेत्रों से कौट्रुक और कदंगबल क्षेत्रों में भी क्रॉस फायरिंग की खबरें सामने आई थीं।