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केरल स्टोरी की असली कहानी तो गुजरात में है

एनसीआरबी के रिकार्ड में गुजराती लड़कियों के गायब होने की सूचना

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः हर चुनाव के मौके पर एक फिल्म के सहारे भी हिंदू मुसलमान कार्ड खेलती आयी भाजपा इस बार चर्चित फिल्म द केरल स्टोरी को आगे बढ़ा रही है। भाजपा नेताओं ने इसे भी चुनाव प्रचार का एक हथियार बनाया है। ठीक इसी तरह पहले कश्मीर फाइल्स पर भी भाजपा ने लाभ उठाया था। लेकिन हर बार चुनाव के मौके पर ऐसे मुद्दों को भड़काने की चाल इस बार उल्टी पड़ती नजर आ रहा है।

दरअसल जानकारों ने इसी दौरान गुजरात की असलियत को सामने ला दिया है। जिस फिल्म को लेकर राजनीतिक बहस चलायी जा रही है, उस फिल्म में दर्शाया गया है कि केरल की लड़कियों का धर्मांतरण कर सीरिया में आईएसआईएस के आतंकी शिविरों में भेजा जा रहा है। इस पटकथा पर आधारित बंगाली निर्देशक सुदीप्त सेन की द केरल स्टोरी देश भर में चर्चा में है। ऐसे में गुजरात की लापता महिलाओं के संबंध में सनसनीखेज जानकारी सामने आई।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में गुजरात से 40,000 से अधिक महिलाएं गायब हो गई हैं। इनमें 2016 में 7 हजार 105, 2017 में 7 हजार 712, 2018 में 9 हजार 246 और 2019 में 9 हजार 268 लापता हुए। इतना ही नहीं, कोविड महामारी शुरू होने के बाद भी गुजराती लड़कियों की गुमशुदगी का सिलसिला थमा नहीं है।केंद्रीय एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में 8 हजार 290 लोग लापता हो गए।

यानी 2016 से 2020 के बीच आधिकारिक आंकड़ों में कुल 41 हजार 621 लोग गायब हुए हैं।राज्य की सत्ताधारी पार्टी भाजपा से 2021 में गुजरात विधानसभा में इस मुद्दे पर सवाल किया गया था। इसके जवाब में अकेले अहमदाबाद और वडोदरा में 2019 से 2020 के बीच 4,722 महिलाएं लापता हुई हैं।गुजरात राज्य मानवाधिकार आयोग ने हर साल हजारों लड़कियों के गायब होने पर चिंता जताई है। गुजराती लड़कियों को काम के लिए विदेशों में भेजा जा रहा है। वहां उन्हें देह व्यापार के लिए मजबूर किया जा रहा है।

आयोग के सदस्य और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी सुधीर सिन्हा के मुताबिक इस तरह गुजरात राज्य मानवाधिकार आयोग ने हर साल हजारों लड़कियों के गायब होने पर चिंता जताई है। गुजराती लड़कियों को काम के लिए विदेशों में भेजा जा रहा है। वहां उन्हें देह व्यापार के लिए मजबूर किया जा रहा है।

आयोग के सदस्य और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी सुधीर सिन्हा के मुताबिक संयोग से द केरला स्टोरी के रिलीज होने के बाद गुजरात पुलिस के सेवानिवृत्त एडीजी राजन प्रियदर्शी ने इस पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा, हम लापता व्यक्तियों के मुद्दे को महत्व नहीं दे रहे हैं। लेकिन एनसीआरबी से जो जानकारी मिली है वह चौंकाने वाली है। क्या इस राज्य की लड़कियों को सीरिया नहीं भेजा जा रहा है? उन्होंने दावा किया कि इस पर जांच की जरूर है।

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