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हमारे खून में दौड़ रहा है कांग्रेसः आलोक दुबे

  • राहुल गांधी ने सिखाया है कि डरो मत

  • आदिवासी को पार्टी की कमान मिले यहां

  • दिल्ली जाकर नेतृत्व को जानकारी देंगे

राष्ट्रीय खबर

रांचीः प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा पार्टी से निष्कासित किये गये तीन वरीय कांग्रेसी नेताओँ ने फिर से प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और उनकी टीम को चुनौती दे दी। कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने ही सिखाया है कि डरो मत और हम सच कहने से ना तो पीछे हटेंगे और ना ही डरेंगे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमारी खून में दौड़ रहा है और 32 वर्षों की तपस्या की वजह से वह पार्टी के कार्यकर्ता बने हैं। इस मौके पर किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि पार्टी से निकालना ही यदि विकल्प है तो प्रदेश अध्यक्ष को अपना यह शौक भी पूरा कर लेना चाहिए। इनके साथ मौजूद डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने बड़ी बात कहते हुए बयान दिया कि दरअसल प्रदेश का नेतृत्व किसी आदिवासी के हाथों में होना चाहिए। इनके साथ मौजूद साधु शरण गोप ने कहा कि प्रदेश कमेटी में दलित, अल्पसंख्यक और महिलाओं को नजरअंदाज करना भी पार्टी के लिए घातक है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि दूसरे दलों से आये हुए लोग आज पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को अपमानित कर रहे हैं और उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और विशेषकर यह बात साफ हो चुकी है कि प्रदेश अध्यक्ष अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी एवं अहंकार का बदला सिर्फ हम तीन चार निष्ठावान कार्यकर्ताओं से निकाल रहे हैं। संगठन व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने का मंच नहीं है।

हमारे दिल और दिमाग से कांग्रेस को कोई नहीं निकल सकता है। आलोक दूबे ने कहा 4 दिसंबर 2022 को जिला अध्यक्षों के मनोनयन से लेकर 13 दिसंबर 2022 को प्रदेश पदाधिकारियों के मनोनयन के बीच कई नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी का पुतला जलाया, नारेबाजी की, प्रदर्शन किया,ऐसे नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष ने अहमियत पद देकर सुशोभित किया और मान बढ़ाया जो अपने आप में जांच का विषय है।

उन्होंने कहा हमारे जवाब से अगर प्रदेश अध्यक्ष असंतुष्ट थे या समय देने में असमर्थ थे तो वह हमें बुलाकर हमारा पक्ष ले सकते थे और अनुशासन समिति की बातों से अवगत करा सकते थे लेकिन ऐसा नहीं करके मीडिया के माध्यम से हमारी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा एवं सम्मान को जानबूझकर ठेस पहुंचाने का काम किया है।

कांग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा 2024 के चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए जो मुद्दे हम उठा रहे हैं और प्रदेश अध्यक्ष के संबंध भाजपा नेता आरपीएन सिंह से होने का दावा कर रहे हैं, कांग्रेस हाईकमान से मांग करते हैं की गोपनीय तरीके से एआईसीसी पर्यवेक्षक बेचकर जमीनी हकीकत की जांच करा ले,दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।

उन्होंने कहा पार्टी के बेहतर भविष्य के लिए हम चाहते हैं कि झारखंड में प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व किसी आदिवासी नेता को बनाया जाए। पूरे देश में झारखंड ही एकमात्र ऐसा प्रदेश है जहां हम आदिवासी के हाथों में नेतृत्व देते हैं और इसके सुखद परिणाम हमें देखने को मिला, 2019 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड मतों से एक जनोपयोगी सरकार का गठन हुआ।

कांग्रेस नेता डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा हमें गर्व है कि मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे महान शख्सियत आज हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो वहीं केसी वेणुगोपाल एवं अविनाश पांडे हमारे नेता हैं,जहां अन्याय और नाइंसाफी किसी भी कार्यकर्ता के साथ नहीं हो सकती है और यही आवाज आज झारखंड के कोने कोने से कांग्रेस जनों की आवाज निकल रही है, अनुशासन का डर दिखाकर आवाज दबा तो सकते हैं, प्रलोभन देकर धोखा दे सकते हैं लेकिन कांग्रेस का कार्यकर्ता हमेशा अपने नेता राहुल गांधी के मूल मंत्र के साथ खड़ा है जहां हमें सिखाया गया है कि डरो मत।

झारखंड के 24 जिलों से पार्टी के समर्पित नेता एवं कार्यकर्ता एक सौ की संख्या में जनवरी के तीसरे सप्ताह में दिल्ली जाकर अपनी भावनाओं से कांग्रेस हाईकमान को अवगत कराऐंगे।

बोकारो से प्रदेश कांग्रेस सचिव साधु शरण गोप ने कहा राजेश ठाकुर को प्रदेश संगठन संचालन की काबिलियत नहीं है।

उन्हें कांग्रेस की कोर वोट और भाजपा की कमजोरी की जानकारी रहता , तो राजेश ठाकुर बिना मुस्लिम, दलित, महिला के बिना 24 जिला अध्यक्ष की सूची जारी नहीं करते। यदि ठाकुर कांग्रेस के प्रति बफादार रहते तो प्रदेश कमिटी में 35% अगड़ी को स्थान देने की जगह एसटी को 28% ,ओबीसी को 27% एससी को 12% स्थान जरूर देते।  यादव जाति को प्रदेश कमिटी से गायब नहीं करते। कांग्रेस के कोर वोट को राजेश ठाकुर ने अपमान किया है, उसे हमने अलाकमान को बताया है। इसके लिए बलि चढ़ना गर्व की बात है।

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