नईदिल्लीः कांग्रेस ने भी बुधवार से छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली में राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। वह कई दिनों से अरुणाचल प्रदेश में भाजपा सरकार की गतिविधियों की आलोचना कर रहे थे। उन्होंने पूरे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में पद्म-शिबिर की आक्रामक राजनीति पर सवाल उठाया। इस बार अरुणाचल के पूर्व गृह मंत्री कुमार वाई मणिपुर में हिंसा का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस में शामिल हो गए।
कुमार औपचारिक रूप से भाजपा छोड़कर बुधवार को एआईसीसी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने अरुणाचल की स्थिति की तुलना मणिपुर की स्थिति से करते हुए कहा, पूरे उत्तर-पूर्व में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) का दुरुपयोग किया जा रहा है।
भाजपा सरकार जनता का पैसा लूट रही है। लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने पार्टी के महासचिव के सी वेणुगोपाल के सामने कांग्रेस की सदस्यता ली। वह अरुणाचल प्रदेश की भाजपा सरकार में गृहमंत्री रह चुके हैं। इससे पहले मणिपुर के भी भाजपा के कुकी विधायक भाजपा से अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। एक और पड़ोसी राज्य मिजोरम में तो भाजपा ने प्रस्ताव पारित कर कुकी समुदाय की सुरक्षा में भाजपा की राज्य सरकार के विफल रहने की निंदा की है।
वहां के एकमात्र सांसद भी इस विषय में केंद्र और राज्य सरकार के रवैये की आलोचना कर चुके हैं। अब समझा जाता है कि कांग्रेस नेतृत्व भी पूर्वोत्तर के हर पल की परिस्थितियों पर कड़ी नजर बनाये हुए है। इसके तहत वे दूसरे दलों के नेताओं से भी निरंतर सम्पर्क कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा से नाराज चल रहे नेताओं ने बेहतर विकल्प के तौर पर कांग्रेस में योगदान करने का रास्ता अपनाया है।