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हत्या का लाइव अनेक लोगों ने देखा
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पत्रकार बनकर आये थे तीनों हत्यारे
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गोली चलते ही पुलिस वाले भाग गये
राष्ट्रीय खबर
प्रयागराज: अतीक अहमद और अशरफ को शनिवार की रात नियमित जांच के लिए काल्विन अस्पताल ले जाया गया था। वहीं पर मीडियाकर्मियों के रूप में तीन हमलावारों ने कई राउंड गोली चलाकर दोनों की हत्या कर दी। इस घटना में एक रिपोर्टर चोट लगने से घायल हो गया और अन्य एक पुलिसकर्मी भी गोली लगने से घायल हो गया है।
घटना के बाद शहर का माहौल तनाव पूर्ण बन गया है। वहां मौजूद पत्रकारों में से अनेक के कैमरों में यह दृश्य न सिर्फ कैद हुआ बल्कि जो लाइव थे, उनके जरिए इस हत्या का लाइव प्रसारण भी हो गया।
देखें वह वीडियो जो लाइव प्रसारित हुआ
उसके बाद किसी भी प्रकार के अफवाहों पर नियंत्रण करने के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गयी है। सूत्रों ने बताया कि शहर के कई क्षेत्र संवदेनशील है। सुरक्षा के मद्देनजर शहर में आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रो रामगोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस हिरासत में मारे गए अतीक और अशरफ को लेकर दावा करते हुए इसे सुनियोजित हत्या बताया।
यहां सैफई में पत्रकारों से बात करते हुए प्रो यादव ने आज कहा कि पुलिस के हाथ में अतीक और उनके भाई अशरफ की हथकड़ी थी। यह सुनियोजित हत्या की गई है। जांच करने वाली एजेंसी सही होगी तो बड़े-बड़े लोग इसमें फसेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सीएम सदन में बोले थे कि मिट्टी में मिला देंगे इसलिए अतीक को मारने वाले लोगों का कुछ होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो कुछ उत्तर प्रदेश में हो रहा है, ऐसा पहले कभी इतिहास में नहीं हुआ है। लोकतंत्र के खात्मे वाला रास्ता है। पहले राजशाही में ऐसा होता था। मीडिया ट्रायल की वजह से अतीक मारा गया। किसी भी केस में अतीक पर दोष सिद्ध नहीं हुआ है। ऐसे लोग भी बड़े-बड़े पदों पर बैठे हैं, जिन्होंने बम फेंककर लोगों को मरवा दिया था।
उनको कोई नहीं कहता है कि गैंगस्टर है। प्रो यादव ने कहा कि इलाहाबाद के लोगों का कहना है कि अतीक के पांच बच्चे हैं। इसमें एक मार दिया गया है, जो शेष चार बचे लड़के हैं। उनको भी किसी न किसी बहाने से मार दिया जाएगा। चाहे देश बर्बाद हो जाए चुनाव जीतने के लिए लोग कुछ भी कर सकते हैं।
सपा प्रमुख महासचिव ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा था कि अतीक के लड़के की हत्या हो सकती है। यह बात सच निकली। उसका फर्जी एनकाउंटर कर दिया गया। अतीक ने सुप्रीम कोर्ट में स्वयं रिट की थी कि मुझे सुरक्षा दी जाए। लोकतंत्र के इतिहास में किसी भी देश में पुलिस अभिरक्षा में इस तरह हत्या नहीं की गई है। यह लोकतंत्र की हत्या है।
प्रो यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि रात में 10 बजे कौन सा मेडिकल होता है। यह सब पहले से प्लानिंग का हिस्सा था। उन्होंने अतीक अहमद के परिवार को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। जिस प्रकार से अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हुई है, उसी प्रकार परिवार के अन्य सदस्यों पर भी हमले हो सकते हैं।
प्रो. यादव ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी घटना की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। कोई भी ईमानदारी से सोचने वाला व्यक्ति इस घटना को गलत कहेगा। इसे गलत मानेगा। योगी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह घटना लोकतंत्र के खात्मे की तरफ ले जाने वाली घटना है और राजशाही में ही ऐसा होता था, जहां राजा ही सब कुछ होता था।
अब देश उसी तरफ जा रहा है। मीडिया ट्रायल की वजह से अतीक को मारा गया है। अतीक को तो सिर्फ एक केस में ही सजा हुई थी, लेकिन मीडिया ने अतीक को माफिया बना दिया था। अतीक अहमद 1989, 1991, 1993, 1995, 2002 से विधायक और 14वीं लोकसभा में फूलपुर से सांसद हुए। ऐसा तो था नहीं कि सभी गुंडा बदमाश चुनाव जीत जाते हैं। वह (अतीक) रिकॉर्ड 3 बार निर्दलीय चुनाव जीते।