-
सड़क के दोनों तरफ लोगों की भारी भीड़
-
सुबह ही यह जत्था तपयाल गगवाल पहुंचा
-
यात्रा के मार्ग पर भारी वाहन वर्जित किये गये
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में आज फिर राहुल गांधी अपने पुराने अंदाज में सफेद टी शर्ट पहनकर चलते नजर आये। वैसे इस दौरान शनिवार को हुए दो विस्फोटों के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर से रविवार सुबह फिर से शुरू हुई।
कांग्रेस की यह पदयात्रा एक दिन के विश्राम के बाद जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास हीरानगर से सुबह सात बजे के आसपास शुरू हुई। पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों ने पूरे राजमार्ग को सील कर दिया है।
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला और तिरंगा थामे सैकड़ों स्वयंसेवकों के साथ राहुल ने सुबह लगभग आठ बजे लोंदी जांच चौकी पार करने के बाद सांबा जिले के तपयाल-गगवाल में प्रवेश किया।
इस दौरान, सड़क के दोनों ओर खड़े उत्साही कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका स्वागत किया। भारत जोड़ो यात्रा के चलते रविवार सुबह सात बजे से रूट डायवर्जन लागू किया गया था। भारी वाहनों को मानसर मोड़ और लखनपुर के बीच आवाजाही की अनुमति नहीं मिली।
दोपहर बारह बजे तक सभी बड़े वाहनों को लखनपुर में ही रोक लिया गया। जम्मू की ओर से आने वाले बड़े वाहनों को मानसर मोड़ से बट्टल मोड़ से होते हुए धार रोड़ से लखनपुर की ओर डायवर्ट किया गया। रविवार को लगभग 25 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद ‘भारत यात्री’ चक नानक पहुंचे, जहां इस जत्थे का रात्रि विश्राम होगा।
सोमवार सुबह वे सांबा के विजयपुर से जम्मू की तरफ बढ़ेंगे। अधिकारियों ने कहा कि राहुल की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं और पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) व अन्य सुरक्षा एजेंसियां शांतिपूर्ण मार्च सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रख रही हैं।
जम्मू शहर के बाहरी इलाके नरवाल में शनिवार को हुए दो विस्फोटों के मद्देनजर पूरे केंद्र-शासित प्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इन विस्फोटों में नौ लोग घायल हो गए थे। पुलिस को संदेह है कि नरवाल के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में एक दुकान में खड़ी एसयूवी और पास के कबाड़खाने में मौजूद वाहन में विस्फोट करने के लिए आईईडी का इस्तेमाल किया गया था।
ये विस्फोट ऐसे समय हुए हैं, जब जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा और आगामी गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। यह पदयात्रा 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में समाप्त होगी, जब राहुल गांधी वहां स्थित कांग्रेस मुख्यालय में तिरंगा फहराएंगे। नरवाल विस्फोट के बाद जांच एजेंसियों ने सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया है। एनआईए की टीम जांच के लिए पहुंच गई है। उधर, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई है।
जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख विकार रसूल वानी, कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला और हजारों कार्यकर्ताओं के साथ तिरंगा लेकर राहुल गांधी ने सुबह 8 बजे लोंदी चेक प्वाइंट पार किया। यात्रा सांबा जिले के तपयाल-गगवाल में प्रवेश कर चुकी है।
सुरक्षा कारणों के चलते जम्मू-पठानकोट हाईवे को सील किया गया है। यात्रा के दौरान सड़क से बाहर दोनों तरफ इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने राहुल का जोरदार स्वागत किया। प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी की सुरक्षा के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हो सकता। यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सुरक्षा एजेंसियां जो कहती हैं हम उसका पालन करेंगे।
प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक सोमवार को सांबा के विजयपुर से यात्रा फिर जम्मू के लिए रवाना होगी। अधिकारियों ने कहा कि राहुल गांधी के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नरवाल में शनिवार को लगातार दो धमाके हुए। इनमें 9 लोग घायल हो गए।
सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस धमाकों की वजह पता करने की कोशिश कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एनआईए की टीम इन धमाकों की जांच करेगी। ये ब्लास्ट जम्मू में भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री के दो दिन बाद हुए हैं। हालांकि, ब्लास्ट वाली जगह यात्रा से 58 किमी की दूरी पर है।
जम्मू के डीआईजी शक्ति पाठक ने बताया कि नरवाल के यार्ड संख्या 7 में धमाके हुए हैं। दोनों धमाकों के बीच 20 मिनट का अंतर था। सूचना मिलते ही एसएसपी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायलों में सोहेल (35), सुशील (26), विशप प्रताप (25), विनोद कुमार (52), अरुण कुमार (25), अमित कुमार (40) और राजेश कुमार (35) शामिल हैं। इधर सीआरपीएफ, सेना और पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है और वाहनों की जांच की जा रही है।