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खौलता पानी भी फेंकते ही जम जाता है रूस की इस शहर में, देखें वीडियो

  • हमेशा कई परत गर्म पोशाकों के जरूरी

  • पानी से निकलते जिंदा मछली भी जमी

  • शरीर का कोई हिस्सा बाहर रहा तो खतरा

मास्कोः यह सर्वविदित है कि रूस का साईबेरिया इलाका दुनिया के सबसे ठंडे प्रदेशों में से एक है। इसी प्रदेश का एक शहर याकूटस्क इनदिनों नया रिकार्ड बना रहा है। वहां अभी तापमान शून्य से पचास डिग्री नीचे चला गया है। इस बार परेशानी यह है कि स्थानीय लोगों को भी मौसम के इस प्रभाव से दिक्कत हो रही है।

वहां इतने लंबे समय तक तापमान के इतना नीचे होने का कोई पूर्व रिकार्ड नहीं था। इसके बाद भी शहर में रहने वालों का सारा काम काज यथावत चल रहा है। यहां तक की इस जमा देने वाली ठंड में बाजार भी लग रहा है। वैसे भी इस शहर में यह सबसे अधिक ठंड का महीना ही होता है।

काफी पहले ही कई बार लोगों ने यहां के अलावा दुनिया के दूसरे इलाकों में भी खौलते पानी के तुरंत ही बर्फ बनने का प्रयोग किया था। इंटरनेट पर इसके कई वीडियो पहले से मौजूद है। इस बार याकूटस्क में लोगों को सिर्फ अधिक समय तक मौसम के ऐसा होने की वजह स अतिरिक्त गर्म कपड़ों की आवश्यकता पड़ रही है। वैसे भी यह इलाका सालों भर कम तापमान वाला ही बना रहता है।

खौलता पानी बर्फ कैसे बनता है, देखें वीडियो

इसके बीच भी वहां बसे लोग अपना दैनिक कारोबार करते रहते हैं। इस बार शून्य से पचास डिग्री नीचे का तापमान होने की वजह स उसे दुनिया का सबसे ठंडा शहर माना गया है। वहां के लोगों को बाहर निकलने के लिए कई सतहों का गर्म पोशाक पहनना पड़ रहा है। ऐसा नहीं करने पर व्यक्ति को कई किस्म की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

यह भी माना जाता है कि ठंड से बचाव के नियमों का उल्लंघन जानलेवा भी साबित हो सकता है। लोग इस कड़ाके की ठंड मे सिर्फ अपना मुंह ही कुछ देर के लिए खुला रखते हैं वरना उनका पूरा शरीर चौबीस घंटे गर्म कपड़ों के अंदर ही रहता है। वहां के बाजार में जो मछलियां बिक्री के लिए लायी गयी है, वे भी जमकर पत्थर जैसी हो चुकी है।

बर्फ की मोटी परत को काटकर नीचे के पानी से मछली पकड़ना कोई आसान काम नहीं होता लेकिन ऐसी मछलियां भी पानी से बाहर लाते ही बर्फ में पूरी तरह जम जाती है। वहां के लोगों के मुताबिक वर्ष 2018 में अचानक मौसम इतना बिगड़ा था कि उनकी आंखों के भौं तक पर बर्फ की परत जम गयी थी। इस शहर में करीब दस लाख लोग रहते हैं। वैस इस शहर की चर्चा पिछले जुलाई महीने में भी हुई थी जबकि वहां के जंगल में भीषण दावानल ने पूरी दुनिया का ध्यान आकृष्ट किया था।

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