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कर्नाटक में करीब उतने ही बाघ
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कर्नाटक में भी 15 बाघ मरे हैं
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उत्तराखंड तीसरे नंबर का राज्य
राष्ट्रीय खबर
भोपालः मध्यप्रदेश को देश का टाईगर स्टेट कहा जाता है। यह खिताब इसलिए मिला हुआ है क्योंकि यहां के जंगलों में सबसे अधिक रॉयल बंगाल टाईगर रहते हैं। वैसे करीब करीब इतने ही बाघ कर्नाटक के जंगलों में भी हैं। लेकिन मध्यप्रदेश में पिछले साल बाघों की लगातार 34 मौतों की सूचना की वजह से अब इस राज्य में बाघों की संख्या कम हुई है।
इसी वजह से ऐसा माना जा रहा है कि अगली पशु गिनती में अगर बाघों की संख्या कम हुई तो मध्यप्रदेश अपने टाईगर स्टेट का दर्जा खो सकता है। वैस पिछले साल कर्नाटक में भी 15 बाघों की मौत की खबर आयी थी। अब वर्ष 2023 के अंत में देश में कहां कितने बाघ हैं, इसकी रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी। उसके पहले उसे फिर से जांचा जा रहा है।
बता दें कि वर्ष 2018 में अंतिम बार पूरे देश में बाघों की गिनती हुई थी। उसके बाद विभिन्न कारणों तथा कोरोना महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन की वजह से इस पर ध्यान नहीं दिया जा सका था। वर्ष 2018 की गिनती को आधार मानें तो उस समय इन दोनों ही राज्यों में बाघों की आबादी लगभग एक था। अब बाघों की मौत की सूचनाओं की वजह से यह आंकड़ा बदल चुका है।
मध्यप्रदेश में 34 बाघों के मरने की सूचना की वजह से उसके राज्य में अब सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बाघ कम हो चुके हैं और कर्नाटक उससे आगे निकल चुका है। वैसे कोरोना संकट टलने के बाद वर्ष 2022 में बाघों की गिनती का काम पूरा किया गया है। उसके आंकड़ों का वैज्ञानिक विश्लेषण अभी जारी है। नेशनल टाईगर कंजरवेशन ऑथरिटी की वेबसाइट में इस बारे में जानकारी दी गयी है। जिसमें बताया गया है कि वर्ष 2022 में पूरे देश में 117 बाघों की मौत होने की सूचना है।
मध्यप्रदेश के मुख्य वन संरक्षक जे एस चौहान ने फिर भी दावा किया है कि राज्य में सबसे अधिक बाघ होने की वजह से ही बाघों की मौत का आंकड़ा भी स्वाभाविक तौर पर अधिक होता है। उनके मुताबिक आम तौर पर एक बाघ की उम्र 12 से 18 साल की होती है। इस लिहाज से हर साल औसतन चालीस बाघों की मौत का औसत स्वाभाविक है। वर्ष 2006 में मध्यप्रदेश को देश का टाईगर स्टेट घोषित किया गया था।
उस वक्त राज्य में तीन सौ बाघ थे। दूसरी तरफ कर्नाटक में 290 बाघों की गिनती हुई थी। वर्ष 2010 में कर्नाटक ने टाईगर स्टेट का खिताब मध्यप्रदेश से छीन लिया था। फिर वर्ष 2014 में बाघों की आबादी के लिहाज से मध्यप्रदेश तीसरे नंबर पर आ गया था। उस वक्त दूसरा नंबर उत्तराखंड को मिला था। लेकिन 2018 में मध्यप्रदेश फिर से शीर्ष पर आ गया था। अब नई रिपोर्ट के मुताबिक कहां कितने बाघ हैं, उसकी रिपोर्ट जारी होने के बाद पता चलेगा कि मध्यप्रदेश का यह खिताब कायम रहेगा अथवा फिर से चला जाएगा।