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नईदिल्लीः पाकिस्तान में हालात फिर से बिगड़ते नजर आ रहे हैं। वहां टीटीपी लगातार आतंकी हमला कर रहा है। इसी को लेकर पाकिस्तान के गृह मंत्री ने चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान में मौजूद टीटीपी के ठिकानों पर मिलिट्री ऑपरेशन चला सकता है। वहीं, अब अफगानी तालिबान ने पाकिस्तान पर पलटवार किया है।
इस बीच पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस के दो अफसरों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पुलिस के मुताबिक, दोनों अफसरों पर एक अनजान शख्स ने उस वक्त फायरिंग की जब वो खानेवाल शहर के एक होटल की पार्किंग में मौजूद थे। फायरिंग के बाद हमलावर फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है।
हमले का शक अल-कायदा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पर है। फौज और खुद आईएसआई ने अब तक इस मामले पर कुछ नहीं कहा है। मारे गए दोनों अफसर किसी केस पर काम कर रहे थे। ये खानेवाल शहर के एक होटल में रुके थे। हत्या के वक्त वो होटल की पार्किंग में बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान वहां एक शख्स पहुंचा और काफी करीब से उन पर फायरिंग की। पुलिस के मुताबिक दोनों अफसरों की मौके पर ही मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मारे गए अफसरों के नाम नवीद सादिक और नासिर अब्बास हैं। नवीद मुल्तान रीजन में खुफिया एजेंसी के डायरेक्टर थे, जबकि नासिर अब्बास इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी थे। पुलिस के मुताबिक हमलावर एक बाइक पर वहां आया था और फायरिंग के बाद फौरन वहां से भाग गया। घटना के बाद पंजाब प्रांत के आईजी और दूसरे आला अफसर मौके पर पहुंचे।
दूसरी तरफ पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह की चेतावनी के बाद अफगानिस्तान के साथ उसके रिश्ते और बिगड़ते हुए दिख रहे हैं। सनाउल्लाह के बयान के बाद तालिबान ने मंगलवार को पाकिस्तान पर पलटवार किया है। इस्लामिक समूह तालिबान ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि वह देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए तैयार है।
तालिबान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान में टीटीपी के लगातार आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने धमकी देते हुए कहा था कि पाकिस्तान टीटीपी के ठिकानों पर मिलिट्री ऑपरेशन चला सकता है। तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर से की गई टिप्पणी को “भड़काऊ और निराधार” करार दिया है।
तालिबानी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि किसी भी मुद्दे या समस्या को बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। तालिबान ने यह भी कहा कि इस तरह के आरोप दोनों देशों के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचाते हैं। तालिबान ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर पाकिस्तान अफगानिस्तान पर हमला करता है तो उसका अंजाम 1971 युद्ध की तरह ही होगा।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बयान जारी करते हुए कहा कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान सहित अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है और इस लक्ष्य को हासिल करने के सभी तरीकों में विश्वास करता है। अफगानिस्तान पूरी कोशिश कर रहा है पाकिस्तान या किसी अन्य देश के खिलाफ अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल न हो।
तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि हम इस लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध हैं, लेकिन पाकिस्तान की भी जिम्मेदारी है कि वो इस परिस्थिति को हल करें। इसके लिए जरूरी है कि पाकिस्तान आधारहीन बातचीत और उकसाने वाले विचार को त्यागे। क्योंकि संदेह का भाव किसी भी पक्ष के हित में नहीं है।