अंकाराः तुर्किश के राष्ट्रपति तैय्यब एर्देगॉन के कट्टर विरोधी इकरेम अमानोगुलु को जेल की सजा सुनाये जाने से विपक्ष एकजुट होने लगा है। इकेरम को देश में एर्देगॉन का सबसे प्रमुख विरोधी नेता माना जाता था। उन्हें एक मामले में जेल की सजा सुनायी गयी है। इस फैसले को यहां के विरोधी दल साजिश मानते हैं। इसी वजह से अब छह दलों के नेता आपस में बैठक करने जा रहे हैं।
समझा जाता है कि वे इस दिशा में अधिक आक्रामक कदम उठा सकते हैं। दरअसल इस एक घटना ने खुद एर्देगॉन को उन चुनौतियों के सामने ला खड़ा कर दिया है, जो उन्हें पहले कभी नहीं मिली थी। बुधवार को इकेरम को एक चुनाव अधिकारी का अपमान करने के आरोप में छह माह कैद की सजा सुनायी गयी है। वह शहर के मेयर पद पर होते हुए सजायाफ्ता हुए हैं। नेशनल एलायंस के गठबंधन के तहत छह दलों ने इस फैसले का विरोध करने की तैयारी शुरु कर दी है।
समझा जाता है कि देश के सबसे अधिक समय तक राष्ट्रपति रहे एर्देगॉन के खिलाफ वे सांझा प्रत्याशी भी खड़ा कर दें। वैसे विपक्ष की राजनीति इस एक अदालती फैसले की वजह से अत्यधिक सक्रिय हो गयी है। देश में कोरोना की महामारी के बाद से बदहाल अर्थव्यवस्था के बीच ही एर्देगॉन के सामने यह नई चुनौती आ खड़ी हुई है। दूसरी तरफ जनता भी अब तक के सरकारी काम काज से बहुत अधिक खुश नजर नहीं आ रही है।
देश में खाद्य पदार्थों की महंगाई एक सौ प्रतिशत बढ़ गयी है। इसकी वजह से भी उनकी लोकप्रियता का ग्राफ लगातार नीचे आ रहा है। एर्देगॉन के खिलाफ नौ बार चुनाव लड़ चुके सीएचपी के नेता कमाल किलिकडोरोगलू भी पहले राष्ट्रपति पद के दावेदारों में माने जाते थे। अब लगता है कि जेल की सजा पा चुके इमानोगलू भी इसमें नया नाम हो सकते हैं। उन्हें इस पद का बेहतर दावेदार इसलिए भी माना जाता है क्योंकि वह लोकप्रिय हैं तथा एर्देगॉन की पार्टी को अपने इलाके में दो बार पराजित कर चुके हैं।