मॉस्कोः रूस और उत्तर कोरिया के बीच की रेल सेवा फिर से चालू होने जा रही है। यह रेलसेवा पिछले तीन वर्षों से बंद थी। बहुत लंबी दूरी तक जाने वाली इस रेल सेवा को परिवहन सुविधा के लिए किया गया था। बाद में कोरोना महामारी की वजह से इस मार्ग को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक नये सिरे से इस रेल मार्ग को चालू करने के लिए माल ढुलाई का काम किया गया है। इसमें रूस से उत्तर कोरिया तक माल भेजे गये हैं। समझा जाता है कि यह परिवहन परीक्षण पिछले माह अथवा इसी माह के प्रारंभ में हो चुका है। यह रेल सेवा तब चालू की जा रही है जबकि उत्तर कोरिया पर भी य़ह आरोप लगा है कि वह चुपके चुपके रूस को हथियारों और गोला बारूद की आपूर्ति कर रहा है। वैसे उत्तर कोरिया ने इन आरोपों का खंडन किया है।
रूस से अपने बेहतर रिश्तों की वजह से उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने रूस तक का रेल सफर भी किया था। वह वैसे भी हवाई जहाज अथवा किसी दूसरे परिवहन का इस्तेमाल नहीं करता। वह सिर्फ अपनी बख्तरबंद और हथियारों से लैश ट्रेन से ही कहीं आता जाता है। फिलहाल दोनों ही देश अपने अपने कारणों से पश्चिमी देशों द्वारा लगाये गये प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं। उत्तर कोरिया पर लगातार परमाणु मिसाइल परीक्षणों की वजह से प्रतिबंध लगा है जबकि रूस पर यूक्रेन युद्ध की वजह से यह प्रतिबंध लगा है।
ऐसे में दोनों देश इस रेल मार्ग के जरिए आपसी व्यापार को सुविधा प्रदान कर रहे हैं। गौर करने लायक बात यह है कि यह रेल मार्ग जिस रास्ते से होकर उत्तर कोरिया तक जाती है, वहां के बीच ही ऐसा स्थान भी आता है, जहां से चीन तक रेल सेवा जा सकती है। इस स्थान के करीब तक चीन की अपनी रेल सेवा पहले से ही मौजूद है। उत्तर कोरिया ने रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन के कुछ इलाकों को अपना देश घोषित करने का एलान का भी खुलकर समर्थन किया है।