बीजीबी की आपत्ति को अनसुना कर दिया सीमा सुरक्षा बल ने
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कई बार फ्लैग मीटिंग आयोजित हुई
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दोनों तरफ से गांव वाले भी जुटे थे
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नदी का यह इलाका तस्करों का प्रिय
राष्ट्रीय खबर
मालदाः सीमा सुरक्षा बल जवानों की कड़ी सुरक्षा के बीच पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के वैष्णवनगर इलाके में भारत और बंगलादेश के बीच लगभग एक किमी लंबी सीमा पर कंटीले तार का बाड़ लगाने का काम शुरू किया गया है। बीएसएफ डीआइजी नीलोत्पल कुमार पांडे ने कहा कि बॉर्डर गार्ड बंगलादेश (बीजीबी) ने इस मामले पर आपत्ति दर्ज की थी, लेकिन अब मामला सुलझा लिया गया है और बाड़ लगाने का काम प्रगति पर है।
बीएसएफ और बीजीबी दोनों पक्षों के स्थानीय निवासियों के बीच दो दिनों के तनाव के बाद, मालदा जिले के कालियाचक तृतीय ब्लॉक में वैष्णवनगर ग्राम पंचायत क्षेत्र में भारत-बंगलादेश सीमा पर बखराबाद गांव में बाड़ लगाने की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हुई। नदी के किनारे का यह क्षेत्र उपद्रवियों, जेहादियों और राष्ट्र-विरोधी गतिविधि करने वाले लोगों के लिए एक सुरक्षित गलियारा रहा है।
एक स्थानीय भारतीय निवासी सुकदेवपुर ने कहा कि गड़बड़ी पैदा करने के लिए वे लोग भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सोमवार और मंगलवार को जब बीएसएफ द्वारा नियुक्त कर्मचारी भारत की खुली सीमा में बाड़ लगा रहे थे, तो दूसरे पक्ष के स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा, सीमा पार के इलाके में नारेबाजी और जवाबी नारेबाजी की गई। इसके बावजूद हमने बीएसएफ को बाड़ लगाने में मदद की। बीएसएफ और बीजीबी के बीच सिलसिलेवार फ्लैग मीटिंग के बाद बाड़ लगाने का काम आज शुरू हुआ।
बीजीबी और बांग्लादेश के नागरिकों के उग्र तेवर को देखकर भारतीय सीमा पर भी अनेक गांव वाले लाठी डंडा लेकर सामने आ गये थे। इससे वहां का माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था। दोनों तरफ से अपने अपने समर्थन में उग्र नारेबाजी भी की गयी थी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि गुस्सा तब भड़क गया जब बीजीबी के कर्मियों ने मालदा जिला के कालियाचक तृतीय ब्लॉक में वैष्णवनगर ग्राम पंचायत क्षेत्र में भारत-बंगलादेश सीमा पर बखराबाद गांव पोस्ट सुकदेवपुर में सीमा बाड़ लगाने की प्रक्रिया के दौरान हस्तक्षेप करने की कोशिश की।
अधिकारी ने अपने सोशील मीडिया एक्स हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, बीएसएफ सहित इस क्षेत्र के स्थानीय भारतीय नागरिकों ने विरोध करने वालों को डरा धमका कर भगा दिया और उन्हें एहसास दिलाया कि जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है तो कोई भी उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नंदीग्राम के भाजपा विधायक ने कहा जब बीजीबी कर्मियों भागने के लिए मजबूर हुए तब भारत माता की जय, वंदे मातरम और जय श्री राम के नारे गूंज रहे थे।
यह पश्चिम बंगाल में जन जागृति का प्रभाव है और उनके रगों में राष्ट्रवाद दौड़ रहा है। इस बीच, बीएसएफ ने कूचबिहार जिले में अवैध रूप से रह रहे छह बंगलादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया और मेखलीगंज की स्थानीय पुलिस को सौंप दिया।