इस्लामाबादः पाकिस्तान के कार्यवाहक गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देने के कुछ महीनों बाद सरफराज बुगती बलूचिस्तान प्रांत के मुख्यमंत्री बने। उन्हें निर्विरोध चुना गया। शनिवार को प्रांतीय परिषद में उनके बारे में आधिकारिक घोषणा की गयी। सरफराज बुगती हाल ही में पीपीपी में शामिल हुए हैं। इसी आधार पर उन्हें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का समर्थन मिला। पाकिस्तान में हाल ही में हुए आम चुनाव के बाद पीपीपी ने सरकार बनाने के लिए पार्टी के साथ गठबंधन किया है।
सरफराज ने शुक्रवार को बलूचिस्तान प्रांतीय परिषद सचिव ताहिर शाह को नामांकन पत्र सौंपा। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवाब सनाउल्लाह ज़ेहरी और पीएमएल-एन नेता नवाब गंगीज़ खान मैरी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में सरफराज का नाम प्रस्तावित किया। नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि कल शाम पांच बजे थी।
हालांकि, उस दौरान सरफराज के अलावा किसी और ने उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र जमा नहीं किया है। बलूचिस्तान की प्रांतीय परिषद के सचिव द्वारा सरफराज के नामांकन पत्रों की जांच की गई और उन्हें स्वीकार कर लिया गया। बाद में उन्होंने सरफराज को निर्विरोध घोषित कर दिया।
आज प्रांतीय विधानसभा सत्र में परिषद के नेता सरफराज के मुख्यमंत्री चुने जाने की औपचारिक घोषणा होने की उम्मीद है। इसके अलावा वह आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। बलूचिस्तान के राज्यपाल मलिक अब्दुल वली कक्कड़ उन्हें शपथ दिलाएंगे। पिछले दिसंबर में सरफराज बुगती ने पाकिस्तान के केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और पीपीपी में शामिल हो गए थे। उन्होंने पार्टी के नामांकन पर चुनाव लड़ा और डेरा बुगती की पीबी-10 सीट जीती।
पाकिस्तान में जारी सियासी उठा पटक के बीच बलूचिस्तान की इस घटना के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। वैसे भी इस बार के चुनाव में इमरान खान की पार्टी को जबरन परास्त करने में सेना की भूमिका पर जनता ही सवाल उठा रही है।