चंडीगढ़ मेयर को लेकर चला ड्रामा, अब 6 फरवरी को होगा चुनाव
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भाजपा के ऑपरेशन लोट्स फेल का आरोप
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पहले 23 जनवरी और फिर 6 फरवरी तय हुई
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चुनाव को लेकर प्रशासन ने जारी की अधिसूचना
राष्ट्रीय खबर
चंडीगढ़ः शहर में मेयर चुनाव को लेकर चल रहा सियासी युद्ध आज को भी जारी रहा। चंडीगढ़ में मेयर चुनाव के लिए आज सुबह 11 बजे से मतदान होना था। लेकिन पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह की तबीयत खराब होने के कारण चुनाव को अलगे आदेशों तक स्थगित कर दिया गया। मसीह सेक्टर-16 स्थित जीएमएसएच में भर्ती हैं।
इस बारे में पार्षदों को व्हाट्सएप के जरिए मैसेज भेजा गया था। इसके बाद आप-कांग्रेस का इंडिया गठबंधन पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचा और उन्होंने नया चुनाव अधिकारी नियुक्त कर तुरंत चुनाव करवाने की मांग की है। याचिका पर जस्टिस सुधीर सिंह और जस्टिस हर्ष बांगड़ की डबल बेंच ने सुनवाई करते हुए इसकी अगली तारीख 23 जनवरी तय कर दी।
वहीं, यूटी प्रशासन ने मेयर चुनाव की अगली तारीख 6 फरवरी तय की है। इस संबंध में डीसी विनय प्रताप सिंह की ओर से नई अधिसूचना जारी की गई है। अनिल मसीह को ही पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसमें स्पष्ट है कि जीएमएसएस-16 के एमएस से मसीह की रिपोर्ट और एसएसपी से लॉ एंड आर्डर की रिपोर्ट मिलने के बाद ही चुनाव की अगली तारीश 6 फरवरी को सुबह 11 बजे तय की गई है।
मेयर चुनाव के मतदान के लिए सुबह 10.30 बजे के करीब जब कांग्रेस और आप के पार्षद नगर निगम कार्यालय पहुंचे तो पार्षदों को नगर निगम के अंदर नहीं जाने दिया गया। इसके बाद आप और कांग्रेस पार्षदों ने नगर निगम कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा किया।उन्हें हंगामा करता देख कांग्रेस और आप के समर्थक भी नारेबाजी करने लगे। इसको लेकर उनकी पुलिस के साथ धक्कामुक्की हुई। जिसके बाद आप और कांग्रेस के 50 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। कुछ ही देर में नगर निगम के आसपास का पूरा क्षेत्र पुलिस ने खाली करा लिया।
मौके पर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को भी पुलिस ने बाहर ही रोक लिया। नगर निगम कार्यालय पुलिस छावनी में तब्दील हो गया और सुरक्षा के मद्देनजर 500 पुलिसकर्मी तैनात किए थे। लॉ एंड ऑर्डर को मेंटेन करने के लिए पुलिस ने निगम कार्यालय के आसपास 200 मीटर का एरिया पूरी तरह से खाली करा दिया था। वहीं आप पार्षद पंजाब सीएम भगवंत मान के घर भी गए। चुनाव रद होने के बाद आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा यह चुनाव रद करना चाहती है, क्योंकि भाजपा के पास बहुमत नहीं है। इस बार इंडिया गठबंधन का यह पहला चुनाव था। इंडिया गठबंधन इस चुनाव को जीतने जा रहा था, लेकिन भाजपा गैर कानूनी हथकंडे अपना कर चुनाव को रद करवाना चाहती है। इन्होंने चुनाव अधिकारी को बीमार घोषित कर दिया है।
आप नेता ने कहा कि पूरी भाजपा इंडिया गठबंधन को देखकर बीमार हो गई है। भाजपा लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। भाजपा की हालत उस बच्चे जैसी हो गई है जो गली में मैच खेलते वक्त आउट हो जाए तो अपना बल्ला लेकर वहां से चला जाता है। राघव चड्ढा ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर कहा कि हम आज भी चुनाव प्रशासन से यही विनती करेंगे कि अगर एक पीठासीन अधिकारी बीमार हुआ है तो दूसरा पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया जाए। चुनाव आज निर्धारित थे। भाजपा पहले चुनाव सचिव को बीमार करती है फिर पीठासीन अधिकारी को बीमार करती है और फिर चुनाव रद्द करती है। यह साफ दिखाता है कि कायर भाजपा इंडिया गठबंधन से डर गई।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित होने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने कहा कि उन्हें सूचित किया गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पार्षदों को चंडीगढ़ नगर निगम कार्यालय के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, क्योंकि पीठासीन अधिकारी ठीक नहीं हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भाजपा ऐसा करना चाहते हैं कि चुनाव रोकें।
हम हाईकोर्ट जाएंगे।बं सल ने कहा कि जब से कॉर्पोरेशन बनी है तब से आज तक ऐसा नहीं हुआ है। मौके पर ही चुनाव अधिकारियों को साजिश के तहत बीमार कर दिया गया है। आज तक ऐसा नहीं हुआ है। चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एचएस लक्की ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित कर दिया, क्योंकि उसका ऑपरेशन लोटस विफल हो गया।
इसका प्रयोग भाजपा के द्वारा दलबदल कराकर सरकारों को गिराने के लिए किया जाता है।कांग्रेस पार्षद और गठबंधन के सीनियर डिप्टी मेयर पद के प्रत्याशी गुरप्रीत सिंह गाबी ने बताया कि निगम की तरफ से उन्हें व्हाट्स ऐप पर चुनाव रद्द करने का मैसेज भेजा गया है। उन्हें लग रहा है भाजपा इसमें साजिश कर रही है। भाजपा के पार्षद अंदर बैठे हुए हैं। हमें अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। उन्हें ऐसी आशंका है कि वह वोटिंग करके अपना मेयर चुन लेंगे।