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पुलिस का हथियार लूटना चाहती थी भीड़
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पहले भी शस्त्रागार से हथियार लूटे गये हैं
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कांगला किला में भीड़ जुटी और हमला किया
राष्ट्रीय खबर
नई दिल्ली: बुधवार शाम इंफाल शहर के मध्य में 3,000 से अधिक की संख्या में सशस्त्र मैतेई भीड़ और मणिपुर राइफल्स के बीच भारी गोलीबारी की सूचना मिली है। प्रत्यक्षदर्शियों की रिपोर्ट के अनुसार, सशस्त्र भीड़ में मैतेई दक्षिणपंथी समूह अरामबाई तेंगगोल के सदस्य शामिल हैं। स्वतंत्र रूप से इस दावे की पुष्टि नहीं हो पायी है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि भीड़ दोपहर में भाजपा के राज्यसभा सांसद और मणिपुर शाही परिवार के सदस्य लीशेम्बा सनाजाओबा के महल परिसर में एकत्र हुई। उन्होंने दावा किया कि कई लोग हथियारबंद थे। शाम करीब 6:25 बजे, भीड़ कांगला किले के करीब स्थित मणिपुर राइफल्स परिसर में घुस गई। हमने सुना है कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वे हथियार जब्त करना चाहते थे। अभी की बात करें तो भारी गोलीबारी चल रही है और कुछ हत्याओं की खबरें भी आई हैं, लेकिन हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते। हमने सुना है कि हथियार लूटने के लिए मणिपुर राइफल्स के कई स्टेशनों को भी निशाना बनाया गया है, एक प्रत्यक्षदर्शी ने इंफाल से यह जानकारी दी, जिसकी कोई पुष्टि सरकारी स्तर पर नहीं हुई है।
सनाजाओबा के करीबी माने जाने वाले अरामबाई तेंगगोल पर मई में शुरू हुई जातीय झड़पों के दौरान इंफाल में कुकी समुदाय पर कई हमले करने का आरोप लगाया गया है। राज्य पुलिस स्टेशनों पर मंगलवार शाम को हुए भीड़ के हमले का तात्कालिक कारण टेंगनौपाल जिले में एक दिन पहले कुकी उग्रवादियों द्वारा कथित तौर पर मैतेई समुदाय के एक पुलिस अधिकारी की हत्या को माना जाता है।
एक महीने पहले आयोजित एक रैली में, अरामबाई तेंगगोल के सदस्य कांगला किले में एकत्र हुए और मणिपुर की रक्षा करने का संकल्प लिया। मंगलवार को इंफाल में हुई एक कैबिनेट बैठक में कहा गया कि एसडीपीओ रैंक का अधिकारी इंफाल के मराक चिंगथम लीकाई का था और तेंगनौपाल जिले के मोरेह शहर में कुकी उग्रवादियों ने अकारण गोलीबारी में उसके पेट में गोली मार दी थी। एसडीपीओ की हत्या के कुछ घंटों बाद, उसी जिले में कथित तौर पर कुकी उग्रवादियों द्वारा किए गए एक अलग हमले में मणिपुर के दो अन्य पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए हैं। मणिपुर में जारी हिंसा में कुकियों ने राज्य पुलिस बल पर मैतेई भीड़ का समर्थन करने का आरोप लगाया है।