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भाजपा देशप्रेमी नहीं, देशद्रोही है: राहुल

  • नरेंद्र मोदी की तुलना रावण से की

  • मणिपुर को भाजपा सरकार ने बांटा

  • पूर्वोत्तर की आग का देश पर असर

नयी दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को देशद्रोही करार दिया और कहा कि इस पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने मणिपुर को विभाजित किया और वहां भारत मां की हत्या की है। श्री गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दूसरे दिन पहले वक्ता के रूप में अपने लंबे और तीखे भाषण में अपनी भारत जोड़ो यात्रा की कहानी और अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा, भारत एक आवाज है, किसानों और गरीबों की आवाज है। आपने इस आवाज की मणिपुर में हत्या की, इस तरह आपने वहां भारत माता की हत्या की है।

अपने भाषण की शुरुआत में राहुल गांधी ने कहा कि आज भाजपा के सांसदों को परेशान होने की कोई जरूरत ही नहीं है क्योंकि वह फिर से अडानी के मुद्दे पर कुछ बोलने नहीं जा रहे हैं। आज उनकी बात का केंद्र मणिपुर है। इस पर भी भाजपा की तरफ से हंगामा हुआ। उन्होंने सत्ता पक्ष के कई मंत्रियों और सदस्यों की टोकाटोकी के बीच कहा, आप देशप्रेमी नहीं हो, आप देशद्रोही हो। आप भारत माता के रखवाले नहीं हैं, भारत माता के हत्यारे हैं। मेरी एक मां यहां बैठी है, मेरी एक मां भारत माता है। केंद्र सरकार की वजह से आज मणिपुर का समाज दो हिस्सों में बंट चुका है। इसकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है, जिन्होंने इतना कुछ होने के बाद भी वहां के लोगों से मिलना उचित नहीं समझा।

इस दौरान अध्यक्ष ओम बिरला ने श्री गांधी को मर्यादाओं का ध्यान दिलाते हुए कहा, आप वरिष्ठ सदस्य हैं ,आप सदन में उचित भाषा का उपयोग करें। श्री गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, रावण केवल दो लोगों मेघनाद और कुम्भकर्ण की सुनता था और श्री मोदी भी केवल दो व्यक्तियों अमित शाह और अडानी की सुनते हैं। इस दौरान उन्होंने श्री मोदी के साथ उद्योगपति गौतम अडानी के चित्र भी दिखाये। श्री गांधी ने कहा, लंका को हनुमान ने नहीं जलाया, रावण के अहंकार ने जलाया।

राम ने रावण ने नहीं मारा, रावण को उसके अहंकार ने मारा। उन्होंने सत्ता पक्ष की ओर से इशारा करते हुए कहा, आपने मणिपुर में केरोसिन फेंकी। आप पूरे देश में आग लगाना चाहते हो। मंगलवार को शुरू हुई चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मणिपुर को दो भागों में विभाजित कर दिया गया है। वहां बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों के साथ हिंसा की भीवत्स घटनायें हुई हैं।

वहां एक दिन में शांति लायी जा सकती है, सेना को तैनात कर दिया जाए तो स्थिति सामान्य करने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा, लेकिन आप सेना को तैनात नहीं करते। श्री गांधी मणिपुर के अपने दौरे के अनुभव सुनाते हुए प्रधानमंत्री की आलोचना की कि वह वहां एक बार भी नहीं गये। कांग्रेस नेता ने इससे पहले अपनी भारत जोड़ो यात्रा और अपनी जातीय हिंसा से ग्रस्त मणिपुर दौरे का जिक्र किया। श्री गांधी के वक्तव्य के दौरान कई बार सत्ता पक्ष के सदस्यों ने टोका-टोकी और शोरगुल किया। विपक्षी सदस्यों ने इसका प्रतिकार किया। एक बार तो कुछ विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के समक्ष आ गये । अध्यक्ष ओम बिरला ने इस पर विपक्षी सदस्यों को आगाह करते हुए कहा कि इस तरह का बर्ताव करने वाले सदस्यों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।

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