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झारखंड में भी होने लगी है किसी लाल डायरी की जोरदार चर्चा

  • राजस्थान में हाल में हुई थी डायरी की चर्चा

  • पहले के कोयला घोटाला में भी डायरी मिली थी

  • शराब कारोबार के होलोग्राम जांच में भी डायरी मिली

राष्ट्रीय खबर

रांची: ईडी ने जमीन से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सम्मन भेजा है। ईडी ने 14 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया है। सूत्रों के मुताबिक, राजधानी रांची के बरियातू स्थित एक जमीन के प्लाट मामले में सीएम से पूछताछ के लिए ईडी की ओर से सम्मन जारी किया गया है।

दूसरी तरफ सूत्र यह भी संकेत देते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियो को भी कोई डायरी मिली है, जिसमें काफी कुछ लिखा हुआ था। लगातार जांच के बाद डायरी में लिखे रहस्यों पर से पर्दा हट गया है। वैसे अपुष्ट जानकारी के मुताबिक भेजे गए सम्मन में सीएम हेमंत सोरेन को रांची के जोनल कार्यालय में 14 अगस्त को बुलाया गया है, जहां पूछताछ की जाएगी।

ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को कांड संख्या 25/23 में सम्मन भेजा है। इससे पहले ईडी ने सीएम को सम्मन देकर अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। अवैध खनन मामले में सीएम हेमंत सोरेन से पिछले साल 18 नवंबर 2022 को लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की गयी थी।

लाल डायरी की चर्चा हाल के दिनों में राजस्थान में कांग्रेस से निष्कासित विधायक ने की थी। उसके बाद से देश की राजनीति में लाल डायरी पर काफी कुछ कहा गया था। अब झारखंड की इस कथित डायरी के बारे में परस्पर विरोधी सूचनाएं भी मिल रही हैं। ईडी के करीबी लोगों के मुताबिक यह दरअसल जमीन घोटाला से संबंधित साक्ष्य हैं।

दूसरी तरफ कुछ पूर्व पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एक डायरी की चर्चा पहले भी हुई थी, जब डीके पांडेय इस राज्य के डीजीपी थे। वह मामला कोयला घोटाला से जुड़ा हुआ था और कई लोगों से इस सिलसिले में पूछताछ की गयी थी। समझा जाता है कि इस दौरान कई लोगों से हुई पूछताछ के दौरान ही कोयला घोटाला के दुर्गापुर कनेक्शन की बात सामने आ गयी थी।

वैसे तब मामला इसलिए आगे नहीं बढ़ पाया क्योंकि इस कोयला घोटाला में अभियुक्त बने एक व्यक्ति का पूर्व की रघुवर दास की सरकार में अच्छा रसूख था। दूसरी तरफ जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने भी कई गड़े मुर्दे उखाड़कर ईडी को आगे बढ़ने से रोक दिया था।

अब एक तीसरा वर्ग यह भी है जो यह दावा कर रहा है कि दरअसल यह डायरी छत्तीसगढ़ के कई अधिकारियों और व्यापारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई में मिली है। इसमें शराब कारोबार का विवरण है और नकली होलोग्राम का मामला सामने आने के बाद उससे भी इसके तार जुड़े हो सकते हैं। ईडी द्वारा वहां हुई छापामारी के बाद झारखंड के आबकारी अधिकारी अनौपचारिक तौर पर यह कहने से नहीं चूकते कि इस बार के शराब कारोबार में सरकार को राजस्व मामले में जबर्दस्त नुकसान होने जा रहा है। इसलिए अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि ईडी ने विष्णु अग्रवाल द्वारा जमीन खरीद पर ही सीएम हेमंत सोरेन को समन भेजा है अथवा इसके रिश्ता किसी दूसरे मामले से है।

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