तेल अबीबः इजराइल में न्यायपालिका में आमूलचूल बदलाव के लिए पारित कानून के विरोध में एक नया आयाम जुड़ गया है। मंगलवार को देश के कई दैनिक अखबारों ने अपने पहले पन्ने पर केवल काला रंग छापा। विवादास्पद कानून के खिलाफ आंदोलनकारियों ने अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित किये और इस बदलाव का विरोध किया।
जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट है कि प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने न्यायपालिका सुधार कानून के पारित होने के विरोध में अखबारों में काले फ्रंट पेज छापने की जिम्मेदारी ली है। यह समूह इजरायली उद्यमियों, विभिन्न कंपनियों के निवेशकों, प्रौद्योगिकी कंपनियों के निदेशकों से बना है।
काले पन्ने के नीचे छोटे अक्षरों में एक वाक्य लिखा था, आज इज़रायली लोकतंत्र के लिए एक काला दिन है। इस विशेष विज्ञापन को छापने वाले इज़राइली समाचार पत्र येडियो अहरोनोट, कैलकलिस्ट, इज़राइल हयोम और हारेत्ज़ हैं। अख़बार विज्ञापन’ के ऊपर पहला पन्ना काले रंग में छापने के बारे में लिखते हैं।
कुछ पाठकों ने बताया है कि पाठ इतना छोटा है कि यह पता लगाने में बहुत प्रयास करना पड़ता है कि यह काला क्यों है। समूह ने विरोध के बारे में मंगलवार को ट्विटर पर कहा, उन्होंने हमें पकड़ लिया। हमने अपना लोगो छुपाने की बहुत कोशिश की। लेकिन यह पेज नंबर 2 पर छपा है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, सोमवार को इस बिल के पक्ष में 64 वोट पड़े।
बिल के ख़िलाफ़ एक भी वोट नहीं डाला गया क्योंकि विपक्षी गठबंधन ने वोट का बहिष्कार किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर बिल पास हो गया तो सुप्रीम कोर्ट की शक्तियां कम हो जाएंगी। प्रदर्शनकारी किसी भी कीमत पर इस मतदान को रोकने के लिए खड़े हो गए। इस दिन प्रदर्शनकारियों ने संसद समेत सभी महत्वपूर्ण सरकारी दफ्तरों के सामने मोर्चा संभाल लिया।
बिल के समर्थन में इज़रायली न्याय मंत्री यारिव लेविन ने कहा, ‘इस संशोधन से डरने की कोई वजह नहीं है।” मतदाताओं की पसंद का सम्मान करने के लिए सरकार की विभिन्न शाखाओं के बीच शक्ति संतुलन बनाए रखने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। दूसरी तरफ कानून के जानकार यह मान रहे हैं कि नेतन्याहू और उनकी सरकार को समर्थन देने वाले पार्टियों के सांसद दरअसल सुप्रीम कोर्ट में उनके खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों को बंद कराना और सजा से बचने के लिए यह नया कानून ला रहे हैं।