बिहारमुख्य समाचारराज काज

क्या डीजीपी अपने मन के मुताबिक नहीं बना पाए में टीम

दिसंबर से पहले बिहार पुलिस मुख्यालय में बड़ा फेरबदल

  • कई एडीजी अफसरों के बदल सकते हैं विभाग

  • केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटेंगे दो आईपीएस

  • जून तक भी हो सकता है बड़ा स्थानांतरण

दीपक नौरंगी

पटना: बिहार डीजीपी आरएस भट्टी ने पदभार ग्रहण करने के बाद अपने मन के मुताबिक एक टीम पुलिस मुख्यालय में बनाने की उनकी इच्छा थी जो अभी तक पूरी नहीं हुई है।  क्योंकि डीजीपी साहब ऐसे एडीजी स्तर के पदाधिकारियों को पुलिस मुख्यालय की टीम मैं अपने साथ रखना चाहते थे जिनसे उनका पुराना वैचारिक बेहतर संबंध बना रहा है।

अभी वर्तमान में जो भी पुलिस मुख्यालय में एडीजी स्तर के पदाधिकारी हैं वह डीजीपी के मन के मुताबिक फिट नहीं बैठते हैं। ऐसी चर्चा है कि डीजीपी आर एस भट्टी ने एक बड़ी कोशिश भी की थी जिसमें एडीजी स्तर के बड़े अधिकारियों का तबादला राज्य सरकार से करा पाए।

करीब चार महीने से भी अधिक होने के बाद भी अभी तक पुलिस मुख्यालय में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है। बताया जाता है कि यदि जून महीने तक पुलिस मुख्यालय में बड़ा बदलाव नहीं होता है तो दिसंबर के अंतिम तारीख में ही पुलिस मुख्यालय में बड़े अपर पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारियों में बदलाव किया जा सकता है।

पुलिस मुख्यालय के अंदर और बाहर आला अधिकारियों में कई तरह की चर्चाएं बनी हुई है। रेंज में तैनात कई डीआईजी, आई जी स्तर के पदाधिकारियों में अभी डीजीपी अपने स्तर से बदलाव चाहते हैं। अब देखना यह है कि राज्य सरकार वर्तमान डीजीपी आर एस भट्टी के मुताबिक तबादला करती है या नहीं।

बिहार कैडर के दो सीनियर आईपीएस अधिकारी जो अभी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है और राज्य सरकार के बड़े विश्वासी रहे हैं। एक और आईपीएस अधिकारी जिनका कुछ कारणों से राज्य सरकार से मतभेद होने के कारण व केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे।

उक्त दोनों आईपीएस अधिकारी सरकार के बहुत करीबी भी रहे हैं। ऐसे में डीजीपी आर एस भट्टी के बारे में लगातार अधिकारियों में यह चर्चा बनी हुई है कि वह चाहते हैं कि दोनों आईपीएस अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से बिहार जल्द लौट जाएं। इस संबंध में एक विशेष वार्तालाप टेलीफोन के द्वारा हो चुकी है।

उधर बताया जाता है कि दोनों ही आईपीएस अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटना नहीं चाहते हैं। परिस्थितियां अनुकूल रही और राज में मुख्यमंत्री का ताज यदि किसी और को मिलता है तो ऐसे में एक ही पुलिस के पदाधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से  लौट सकते हैं क्योंकि दूसरे आईपीएस अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर अपने पूरे तीन साल की सेवा देना चाहते हैं उसके बाद ही वह बिहार अपने मूल कैडर लौटने पर अपना विचार कर सकते हैं।

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