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दूसरे विश्वयुद्ध के वक्त किला बनाया था
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अलग अलग राजाओं का यहां शासन रहा है
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पर्यटकों के लिए यह एक रोचक स्थान बना है
लंदनः आम तौर पर पूछे जाने पर दुनिया के सबसे छोटे देश के तौर पर अधिसंख्या लोग वेटिकन सिटी का नाम लेते हैं, जहां पोप का निवास है। दुनिया में इसे एक पवित्र स्थान के तौर पर भी माना जाता है। लेकिन आंकड़ों के लिहाज से इससे छोटा भी एक देश दुनिया में मौजूद है। भले की दुनिया में इसे स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता नहीं मिली है। लेकिन ब्रिटेन के पास यह देश मौजूद है।
इस देश को ‘प्रिंसिपलिटी ऑफ सीलैंड‘ कहा जाता है। संक्षेप में इसे ‘सीलैंड’ कहते हैं। सीलैंड की रियासत को अभी तक दुनिया के 200 मान्यता प्राप्त देशों की सूची में मान्यता नहीं मिली है। सीलैंड इंग्लैंड के तट से 10 किमी दूर स्थित है। इसे सूक्ष्म राष्ट्र कहा जाता है। सबसे छोटे देश का कुल क्षेत्रफल 550 वर्ग मीटर है।
यह इंग्लैंड के उत्तरी सागर में स्थित है। देश में अंग्रेजी भाषा बोली जाती है और मुद्रा ज़ीलैंड डॉलर है। लेकिन यह करेंसी किसी भी विदेश में काम नहीं करती है। इस देश की जनसंख्या तो और भी हैरान करने वाली है। ये जानकर हमारा 150 करोड़ का देश हंसेगा। सीलैंड की आबादी सिर्फ 27 लोगों की है। ज़ीलैंड की रियासत का अपना झंडा, राजधानी, पासपोर्ट, मुद्रा, राजा, रानी, लोग हैं।
यह वास्तव में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस्तेमाल किया जाने वाला बंदरगाह है। इस डर से कि जर्मन सेना किसी भी क्षण इंग्लैंड पर आक्रमण कर सकती है, ब्रिटिश सेना ने इंग्लैंड के तट के साथ समुद्री किले बनाने की योजना बनाई। उस योजना से समुद्र तट से 10 किमी गहराई में मूनशेल सी फोर्ट का निर्माण किया गया। वहां से दुश्मन के युद्धपोतों पर नजर रखी जाती थी। जरूरत पड़ने पर दुश्मन के जहाजों पर हमले करने का काम भी किया जाता था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों ने विभिन्न स्थानों पर ऐसे कई बंदरगाह बनाए।
विश्व युद्ध के अंत में, इसे कई अन्य किलों के साथ ब्रिटिश सेना द्वारा परित्यक्त घोषित कर दिया गया था। 2 सितंबर, 1967 को ब्रिटिश नागरिक मेजर पैडेज रॉय बेट्स और उनका परिवार इस जगह का मालिक बन गया। तब उन्होंने इसे एक स्वतंत्र सूक्ष्म राज्य घोषित किया। अलग-अलग समय में अलग-अलग लोगों ने यहां शासन किया है।
9 अक्टूबर 2012 को रॉय बेट्स को यहां का राजा घोषित किया गया। और उसकी मृत्यु के बाद अब उसका पुत्र माइकल उसका शासक बना। दुनिया के किसी भी देश ने अभी तक सीलैंड को मान्यता नहीं दी है, लेकिन किसी ने भी उनका विरोध नहीं किया है। इसलिए इस ‘सीलैंड की रियासत’ को दुनिया भर में एक सूक्ष्म राष्ट्र के रूप में जाना जाता है। सोशल मीडिया के जरिए देश की तरह-तरह की तस्वीरें सामने आई हैं। सीलैंड का अपना रेडियो स्टेशन भी है। बहुत से लोग यहां आते हैं। महज 27 लोगों का यह देश वाकई हैरान करने वाला है।