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पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर सफाईकर्मियों को कंबल भेंट

रांचीः प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 138 स्थापना दिवस पर राज्य की जनता को एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।उन्होंने कहा कांग्रेस एक दल नहीं बल्कि एक विचार और आंदोलन का नाम है  इसलिए 137 वर्ष बाद भी यात्रा अनवरत जारी है।

स्थापना दिवस के मौके पर प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने सफाईकर्मियों को कंबल भेंट किया,भोजन कराया एवं उनके साथ स्थापना दिवस की खुशियां बांटी तथा फोटो खिंचाया,सेल्फी ली। प्रदेश कांग्रेस नेता आलोक कुमार दूबे ने कहा राष्ट्रपिता  महात्मा गांधी ने अहिंसा, सर्वधर्म समभाव, न्याय और रचनात्मक कार्यक्रमों के द्वारा सामाजिक क्रांति की शुरुआत की।उनके नेतृत्व में न सिर्फ आजादी का आंदोलन अपने निर्णायक दौर पर पहुंचा बल्कि कांग्रेस को व्यापक जनाधार प्राप्त हुआ।

पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सामाजिक समरसता को अमलीजामा पहना कर ताजिंदगी समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति को रक्की की धारा से जोड़ने का कार्य किया। नेहरू जी के बाद लाल बहादुर शास्त्री ने सत्ता की बागडोर संभाली और अपने छोटे से कार्यकाल में ही जय जवान जय किसान के नारे से पूरे देश में नया जोश भर दिया। शास्त्री जी के बाद इंदिरा गांधी जी ने एक दूरदर्शी कुशल शिल्पी की भांति समाजवाद के आदर्शों को भारतीय नागरिकों के स्वभाव के अनुकूल ढालने एवं समाज में व्याप्त सामाजिक आर्थिक असमानता को दूर करने का संकल्प व्यक्त कर उसे मूर्त रूप दिया।

इंदिरा जी ने कांग्रेस संगठन को क्षमता वान और शक्तिशाली बनाया। राजीव गांधी जी ने भारत के समग्र विकास के प्रति संकल्प बद्ध नेता थे। भारत को तेजी से तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने तमाम कदम उठाए। भारत का विकास ही उनका का एजेंडा था और विकसित आधुनिक भारत उनका  सपना था।

कांग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा इंदिरा जी ने यह महसूस किया कि गरीबी, बेरोजगारी और असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस की कार्यप्रणाली बदली जाए। उन्होंने कांग्रेसजनों से आग्रह किया कि वे अपने काम करने का ढंग बदलें और खेतों, खलिहानों, कारखानों और मजदूरों में इस बात का अहसास हो कि कांग्रेस का समाजवाद के लिए किया जाने वाला संघर्ष उनके लिए उनका अपना संघर्ष है।

राजीव जी दुनिया से जल्दी विदा हो गए, लेकिन उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का बीड़ा श्रीमती सोनिया गांधी ने उठाया और उन्होंने गांधी जी, इंदिरा जी एवं राजीव जी की शहादत और राष्ट्र सेवा की उनकी विरासत को सहेजने-संवारने में स्वयं को समर्पित कर दिया। उनके असाधारण व्यक्तित्व के प्रभाव एवं असंख्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं के परिश्रम से केन्द्रीय सत्ता में कांग्रेस की 2004 में पुन: वापसी हुई।

कांग्रेस नेता डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा सत्ता के शिखर पर पहुंचकर अपनी अंतरात्मा की आवाज पर प्रधानमंत्री का पद त्याग कर सोनिया जी ने भारतीय राजनीति में एक अनुपम उदाहरण पेश किया। हमें श्रीमती सोनिया गांधी जी तथा श्री राहुल गांधी एवं श्रीमती प्रियंका गांधी के रूप में कांग्रेस के नेतृत्व पर गर्व है, जिनका संकल्प देशहित में सेवा-भाव से काम करना है।

अडिग संकल्प, स्पष्ट दिशा और मजबूत इरादों के साथ वर्तमान परिस्थितियों में कांग्रेस को मदांध सत्ता की चुनौती के सामने खड़ा होना है, ताकि आने वाले समय में हमारी नीतियों, सिद्धांतों और कार्यक्रमों की वजह से समाज के सभी वर्गों का विश्वास और समर्थन कांग्रेस को हासिल हो। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस का मूल सिद्धांत को प्रतिबिंबित कर रहा है।

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