हरियाणा में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के नतीजे रविवार को आ गए हैं। जिला परिषद की 411 और पंचायत समिति की 3081 सीटों के लिए चुनाव हुआ है। सुबह आठ बजे से सभी 22 जिलों में चुनाव परिणाम आ हो चुके थे। यहां पंचायती राज संस्थाओं में जिला परिषद चुनाव मतदान के बाद रविवार को हुई मतगणना परिणाम में कई रंग देखने को मिले। इस बार नए चेहरों पर जीत के सहरे बंधे तो पूर्व मंत्री की पत्नी और दो पूर्व चेयरमैन हार तक गए।
इससे साफ है कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को जनता ने पहली पसंद का नंबर नहीं दिया और उनकी हार हुई। भाजपा को सबसे करारा झटका पंचकूला में लगा जहां वह अपने चिह्न पर लड़ी सभी दस जिला परिषद सीटों पर चुनाव हार गई। और तो और उसके कुरुक्षेत्र से निर्वाचित सांसद नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी अंबाला जिला परिषद में वार्ड नंबर-4 से चुनाव हार गर्इं, जिन्हें निर्दलीय प्रत्याशी राजेश देवी ने 236 वोटों से शिकस्त दी। अंबाला जिला परिषद में भी भाजपा मात्र दो सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई है।
स्थानीय निकायों का यह चुनाव परिणाम दिल्ली नगर निगम के चुनावों पर भी असर डाल सकता है, यह समझा जा सकता है। वैसे भी दिल्ली नगर निगम के चुनाव के ठीक पहले मनीष सिसोदिया का नाम सीबीआई की पहली चार्जशीट में नहीं होना भी भाजपा के लिए बड़ा धक्का है। पहली छापामारी मनीष सिसोदिया के घऱ पर होने के बाद भी चार्जशीट मे उनका नाम नहीं होना आम आदमी पार्टी के लिए भी प्रचार का एक हथियार बन चुका है।
लेकिन हरियाणा में आम आदमी पार्टी का संगठन मजबूत नहीं होने के बाद भी भाजपा प्रत्याशियों को निर्दलीय प्रत्याशियों के हाथों पराजय बड़ी बात है। परिणाम बताते हैं कि वार्ड नंबर-2 से शारदा देवी ने जीत हासिल कर पूर्व मंत्री विक्रम यादव की पत्नी व जिला परिषद की पूर्व चेयरमैन सुरेश देवी को 803 मतों से हराया। शारदा देवी को 5535 व सुरेश देवी 4732 मत मिले। कुल चार प्रत्याशी मैदान में थे। कुल वोट 22117 डाले गए थे। इसी तरह वार्ड नंबर-10 से निवर्तमान चेयरमैन शशिबाला को सरोज मेहरा ने जिलेभर में सर्वाधिक 8396 मतों के अंतर से हराया।
कुल वोट 21969 में से सरोज को 10599 व दूसरे नंबर पर रहीं निवर्तमान चेयरमैन शशिबाला को कुल 4160 मत मिले। जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए जिला परिषद के चुनाव परिणाम में वार्ड नंबर एक से विनोद कुमार, वार्ड नंबर दो से शारदा देवी, वार्ड नंबर 3 से जीवन हितैषी, वार्ड 4 से नीरजकुमार, वार्ड 5 से सरिता यादव, वार्ड 6 से सुरेंद्र कुमार, वार्ड 7 से मीनाक्षी, वार्ड 8 से जयसिंह, वार्ड 9 से लक्ष्मी देवी, वार्ड 10 से सरोज मेहरा, वार्ड 11 से मनीराम, वार्ड 12 से सुनीता देवी, वार्ड 13 से निरंजनलाल, वार्ड 14 से मनोज कुमार, वार्ड 15 से रेखा, वार्ड 16 से मीना कुमारी, वार्ड 17 से महेंद्र सिंह तथा वार्ड नंबर 18 से नीलम यादव जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हुईं।
जिला परिषद के वार्ड-3 के चुनाव परिणामों में सभी की नजर लगी हुई थी। इस वार्ड के प्रत्याशी लाल जीवन हितैषी को नामांकन-पत्र जमा कराने से पूर्व बिहार पुलिस शराब तस्करी के दर्ज मामले में गिरफ्तार करने कोसली आई थी। उसे पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था, लेकिन जैसे ही पुलिस उसे कोसली के थाने लेकर पहुंची तो वह चकमा देकर फरार हो गया था। इस फरारी को लेकर कोसली थाने में मामला दर्ज किया था। तत्पश्चात वह जब लाव-लश्कर के साथ नामांकन पत्र जमा कराने पहुंचा तो पीठासीन अधिकारी ने थाने में सरेंडर करने की शर्त के साथ फार्म स्वीकार किया था। सरेंडर करने के बाद उसने न्यायालय से जमानत कराई और फिर जमकर चुनाव प्रचार किया।
उसे भाजपा नेता वीरकुमार यादव का अशीर्वाद प्राप्त था। रविवार को चुनाव परिणाम आए तो सभी उस समय आश्चर्यचकित रह गए, जब उसने 5001 मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज की। उसने अपने निकटतम प्रत्याशी जयभगवान को हराया। जीवन हितैषी को 10260, जयभगवान को 5759 व विजय गुडियानी को 4401 मत मिले। कुल 22618 मत डले थे। मैदान में कुल 8 प्रत्याशी थे। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) ने 72 सीटों पर चुनाव लड़ा था। कुल 14 सीटों पर उसने जीत पाई। इसमें उसने जिला सिरसा की 24 में से 10 सीटों पर जीत दर्ज की।
वहां वार्ड नंबर-6 से उनके पोते करण चौटाला ने हरियाणा सरकार में ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला समर्थित राजकुमार नैन को 699 वोटों से हरा दिया।कांग्रेस ने अपने पार्टी चिन्ह पर पंचायत चुनाव नहीं लड़ा था। अभी देश का ध्यान गुजरात के चुनाव पर अधिक लगा हुआ है। इसके बीच ही यह परिणाम आये हैं।