फिर हंगामा. लोकसभा की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिये स्थगित
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ऊपरी सदन में नड्डा ने आरोप लगाया
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मणिपुर कब जाएंगे मोदी का सवाल
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भारतीय ग्रामीण बैंक की मांग उठी
नयी दिल्लीः लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने सरकार पर आरोप लगाया कि अमेरिकी व्यवसायी जार्ज सोरोस की आड़ लेकर अपनी नाकामियों को छिपा रही है जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी नोंकझोंक एवं हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिये स्थगित कर दी गयी।
शून्य काल के दौरान श्री गोगोई मणिपुर के हालात को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुये सरकार पर उस राज्य की अनदेखी करने का आरोप लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर कब जायेंगे, गृह मंत्री मणिपुर की स्थिति सामान्य करने के लिये उठाये जाने वाले कदमों की जानकारी कब देंगे। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि अपनी असफलता छिपाने के लिये जार्ज सोरोस का नाम लिया जा रहा है।
श्री गोगोई के इतना कहने पर कांग्रेस सदस्य शोरशराबा करने लगे। इसी के साथ ही केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व की जार्ज सोरोस के साथ क्या साठगांठ है। देश में जो गंभीर समस्यायें हैं, उन्हें कांग्रेस ने खड़ा किया है। श्री गोयल के यह कहने कांग्रेस सदस्य और उत्तेजित हो गये।
वे सदन के बीचोबीच आकर शोरगुल और हंगामा करने लगे। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कुछ सदस्य अपने-अपने स्थानों पर खड़े होकर शोर करने लगे। हंगामा बढ़ते देखकर पीठासीन अधिकारी संध्या राय ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिये स्थगित कर दी।
भारतीय जनता पार्टी के जगदम्बिका पाल ने बुधवार को लोकसभा में देश के सभी ग्रामीण बैंकों के बेहतर नियमन के लिये भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक के गठन की मांग की। श्री पाल ने शून्यकाल के दौरान कहा कि ग्रामीण बैंक देश के ग्रामीण क्षेत्रों की जनता के लिये विभिन्न तरह की पेंशन, जन-धन खाते, छात्रवृत्ति , किसान सम्मान निधि आदि कार्यों में बहुत मददगार साबित हो रहे हैं।
ये बैंक देश के 40 करोड़ लोगों को विभिन्न सेवाएं प्रदान करते हैं, लेकिन इन बैंकों की कोई सर्वोच्च इकाई नहीं है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण बैंकों का बेहतर नियमन हो, इसके लिये भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना की जानी चाहिये।इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को गुणवत्तापूर्ण बैंकिंग सुविधाएं मिल सकेंगी। भाजपा सांसद ने ग्रामीण बैंकों में रिक्त पदों पर भर्ती और अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने की भी मांग की।
राज्यसभा में बुधवार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अमेरिकी निवेशक जॉर्ज सोरोस के संबंधों को लेकर भारी हंगामा हुआ जिसके कारण सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। इससे पहले भी सदन की कार्यवाही इसी मुद्दे पर 12 बजे तक स्थगित की गई थी।
पहले स्थगन के बाद उपसभापति हरिवंश ने सदन में प्रश्नकाल शुरू करने के लिए कार्यवाही आरंभ की तो सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य जोर-जोर से बोलने लगे। सदन के नेता जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि पिछले दो दिनों से सदस्य श्रीमती गांधी और सोरोस के संबंधों को लेकर उद्वेलित है।
इन संबंधों का असर देश की संप्रभुता और अखंडता पर प्रभाव पड़ सकता है। यह संबंध देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए खतरा हैं। उन्होंने कहा कि देश को इन संबंधों की वास्तविकता जानने का अधिकार है इसलिए सदन में इस पर चर्चा होनी चाहिए। श्री नड्डा ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर चर्चा से बचने के लिए देश का ध्यान भटकना चाहती है इसलिए सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष संवैधानिक संस्थाओं पर हमले कर रहा है और उनका अपमान कर रहा है। विपक्षी ने कभी भी संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का सम्मान नहीं किया है और सदन के भीतर तथा बाहर लगातार अपमानजनक बर्ताव करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस निवेशक सोरोस का उपकरण बन गई है और इसके तीव्र भर्त्सना की जानी चाहिए।
इस बीच सदन में दोनों पक्षों की ओर से शोरशराबा और नारेबाजी होती रही। श्री हरिवंश दोनों पक्षों से शांत होने की अपील करते रहे लेकिन हंगामा बढ़ता गया। उसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। राज्यसभा में इस सप्ताह लगातार तीसरे दिन भी सोरोस को लेकर हंगामा जारी रहा और कार्यवाही ठप्प रही। लगातार तीसरे दिन प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सका।