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तीसरी बार शपथ लेने के बाद ही सक्रिय हुए प्रधानमंत्री

कार्यालय से किसान कल्याण योजना पारित की


  • बीस हजार करोड़ बांटे जाएंगे किसानों को

  • संसद का सत्र बुलाने का अनुरोध होगा

  • इस कैबिनेट मे कोई मुस्लिम नहीं है


राष्ट्रीय खबर

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के साउथ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय में लगातार तीसरी बार पदभार ग्रहण किया। कल शाम शपथ ग्रहण समारोह में उन्होंने 72 सदस्यीय केंद्रीय मंत्रिपरिषद का नेतृत्व किया। उन्होंने जिस पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए, वह किसान कल्याण योजना पीएम किसान निधि से संबंधित थी।

नरेंद्र मोदी ने 10 जून को पीएम किसान निधि की 17वीं किस्त जारी करने की अपनी पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए। इससे 9.3 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा और करीब 20,000 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे। फाइल पर हस्ताक्षर करने के बाद पीएम मोदी ने कहा, हमारी सरकार किसान कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

इसलिए यह उचित है कि कार्यभार संभालने पर पहली फाइल पर हस्ताक्षर किसान कल्याण से संबंधित हो। हम आने वाले समय में किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए और भी अधिक काम करना चाहते हैं। नवनियुक्त प्रधानमंत्री के तत्काल एजेंडे में कैबिनेट बैठक शामिल है। उम्मीद है कि कैबिनेट औपचारिक रूप से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से संसद का सत्र बुलाने का अनुरोध करेगी।

इस सत्र में राष्ट्रपति दोनों सदनों को संबोधित करेंगे, जिसमें आगामी कार्यकाल के लिए सरकार के विजन और प्राथमिकताओं को रेखांकित किया जाएगा। कल राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू ने पीएम मोदी और उनके मंत्रिमंडल को पद की शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल में भाजपा के प्रमुख नेता राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर शामिल हैं। मंत्रिपरिषद में 30 कैबिनेट मंत्री, पांच स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं।

नए शामिल किए गए लोगों में तीन पूर्व मुख्यमंत्री और अभिनेता से राजनेता बने सुरेश गोपी, केरल से भाजपा के पहले लोकसभा सांसद हैं। उनके मंत्रियों की टीम युवा और अनुभव का एक बड़ा मिश्रण है; हम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर कहा, मैं 140 करोड़ भारतीयों की सेवा करने और भारत को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मंत्रिपरिषद के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं। इस नए मंत्रिमंडल में बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व दिया गया है, जिसमें बिहार को चार कैबिनेट बर्थ और उत्तर प्रदेश को नौ मंत्री पद मिले हैं।

बयालीस मंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी), और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों से हैं। हालांकि, नए मंत्रिमंडल में कोई मुस्लिम प्रतिनिधित्व नहीं है। उनकी अध्यक्षता में आज ही पहली कैबिनेट की बैठक भी होने वाली है। यह बैठक भी प्रधानमंत्री के आवास पर होगी।

इस बीच केरल से भाजपा के एकमात्र सांसद और केंद्रीय मंत्री बने सुरेश गोपी ने इस्तीफा देने की खबरों का खंडन किया है। पहले अचानक यह खबर फैली थी कि फिल्मों में अभिनय के लिए वह केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ने जा रहे हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म गलत खबर फैला रहे हैं कि मैं मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। यह पूरी तरह गलत है। पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम केरल के विकास और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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