मोदी की मेहनत पर पानी फेर दिया बड़बोले संबित पात्रा ने
राष्ट्रीय खबर
नई दिल्ली: उड़ीसा के पुरी में पीएम के रोड शो के बाद मीडिया से बात करते हुए भाजपा नेता संबित पात्रा भगवान जगन्नाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भक्त बताने के बाद खुद को राजनीतिक संकट में फंसा लिया। प्राचीन शहर के प्रतिष्ठित देवता, भगवान जगन्नाथ पर टिप्पणी ने भाजपा के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों, विशेष रूप से उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (बीजेडी) की ओर से तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। असर को भांपते हुए संबित पात्रा ने अब इस परेशानी से बचने के लिए उपवास की घोषणा की है।
अपनी सफाई में उन्होंने पीएम मोदी के रोड शो के बाद तेज गर्मी और शोर का हवाला दिया। श्री पात्रा ने कहा कि उनका उद्देश्य भगवान जगन्नाथ के प्रति पीएम मोदी की भक्ति को उजागर करना था, लेकिन गलती से उन्होंने कहा, जगन्नाथ मोदी के भक्त हैं। कैमरे में कैद हुई इस टिप्पणी पर तुरंत कई हलकों में आक्रोश फैल गया।
उन्होंने बाद में कहा, आज मेरे द्वारा दिए गए एक बयान से विवाद खड़ा हो गया है। पुरी में पीएम नरेंद्र मोदी के रोड शो के बाद मैंने कई मीडिया चैनलों को बाइट दी और हर जगह मैंने एक ही बात कही कि पीएम नरेंद्र मोदी महाप्रभु जगन्नाथ के परम भक्त हैं। अंत में जब दूसरे चैनल ने मेरी बाइट ली तो वह था अत्यधिक गर्म, भीड़भाड़ वाला और शोरगुल वाला।
बाइट देते वक्त अनजाने में मैंने उल्टा बोल दिया कि महाप्रभु पीएम नरेंद्र मोदी के भक्त हैं। ये बात कभी सच नहीं हो सकती और कोई इंसान अपने होश में कभी ऐसी बातें नहीं कह सकता कि भगवान इंसान का भक्त है। मुझसे यह गलती अनजाने में हुई है।’ मैं जानता हूं कि कुछ लोगों को ठेस पहुंची होगी, लेकिन भगवान भी अनजाने में की गई गलतियों को माफ कर देते हैं। मुझे जुबान की इस गलती के लिए महाप्रभु जगन्नाथ से माफी मांगने की जरूरत है और मैंने उपवास करने का फैसला किया है।
इस बयान पर नवीन पटनायक की प्रतिक्रिया तीव्र और तीखी थी। उड़ीसा के मुख्यमंत्री ने एक तीखी सोशल मीडिया पोस्ट में श्री पात्रा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी टिप्पणियां महाप्रभु जगन्नाथ की पवित्रता का अपमान करती हैं और लाखों भक्तों की भावनाओं को आहत करती हैं।
उन्होंने भाजपा से देवता को राजनीतिक चर्चा में घसीटने से परहेज करने का आग्रह किया, अन्य विपक्षी नेताओं ने भी यही भावना व्यक्त की। श्री पटनायक ने लिखा, महाप्रभु श्री जगन्नाथ ब्रह्मांड के भगवान हैं। महाप्रभु को दूसरे इंसान का भक्त कहना भगवान का अपमान है। इससे भावनाओं को ठेस पहुंची है और दुनिया भर में करोड़ों जगन्नाथ भक्तों और ओडिया लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है।