राष्ट्रीय खबर
कूचबिहारः यहां के स्थानीय मजदूर ट्रकों में पत्थर और बोल्डर उठा रहे थे। वह ट्रक बांग्लादेश जायेगा। अक्सर ही डुआर्स की पहाड़ी नदियों के पार से पत्थर और बोल्डर उठाए जाते हैं और ट्रकों द्वारा पड़ोसी देशों में निर्यात किए जाते हैं।
ट्रक में पत्थर उठाते समय एक मजदूर ने चट्टान के नीचे लोहे जैसा कठोर चीज देखा। भारी पत्थर को थोड़ा और आगे बढ़ाते ही युवक की दिल धड़क उठा। वहां से दौड़कर भागते हुए वह चिल्लाया, बम, बम।
रविवार को बम बरामदगी की खबर के बाद कूचबिहार के मेखलीगंज ब्लॉक के चांगराबांधा में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर पुलिस अधिकारी मौके पर आये। उन्होंने आकर जो देखा, उससे उनकी आँखें फटी की फटी रह गईं। यह कोई साधारण बम नहीं है! उच्च विस्फोटक वाला सेना के मोर्टार का गोला था। कुछ दिन पहले जलपाईगुड़ी में गोला फटने से चार लोगों की मौत हो गई थी।
सिक्किम में बाढ़ आपदा के बाद तीस्ता नदी के पार अलग-अलग स्थानों पर मोर्टार शैल सहित विभिन्न प्रकार के ‘विस्फोटक’ पाए गए। कभी-कभी वे पेड़ की शाखाओं और पत्तियों से ढके होते हैं, कभी-कभी वे पूरी सड़क पर पड़े होते हैं। तिस्ता के करीब रहने वाले लोग इसी वजह से भयभीत हैं। इस संबंध में प्रशासन ने भी कार्रवाई की है।
तीस्ता की धारा में तैर रहे विभिन्न हथियारों और विस्फोटकों को लेकर पहाड़ में जागरूकता अभियान और माइकिंग चल रही है। वही डर इस बार कूचबिहार तक फैल गया।
चंगड़ाबांधा के बाइपास इलाके में ट्रक में पत्थर उठाते वक्त मजदूरों को मोर्टार शेल की सूचना मिली। नीरेन रॉय नाम के एक मजदूर ने कहा, मैं थोड़ी दूर पर काम कर रहा था। अचानक मुझे एक चीख सुनाई दी और थोड़ा आगे जाकर सुना, मोर्टार शेल बरामद हुआ। ये खबर सुनकर मैं भी डर गया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बरामद मोर्टार शेल तीस्ता नदी में बहकर आया था। इसे निष्क्रिय करने के लिए भेजा गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, अगर इसे गलत तरीके से हिलाया गया होता तो बहुत बड़ा खतरा हो सकता था।