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व्हाट्सएप के वीडियो कॉल से हो रही जालसाजी

  • अनजान नंबर से आता है वीडियो कॉल

  • आप अपने परिचित का चेहरा देखते हैं

  • बात चीत के बीच ही चुरा लेते हैं पैसे

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः तकनीकी युग की शुरुआत से दुनिया में साइबर धोखाधड़ी बढ़ गई है। स्मार्टफोन की उपलब्धता और ऑनलाइन भुगतान सुविधाओं में वृद्धि के कारण भारत में साइबर धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं। जालसाज ओटीपी घोटाले, गूगल मैप्स, फर्जी बैंक कर्मचारी, एसएमएस और कई अन्य चालों के माध्यम से लोगों से उनके पैसे ठगते हैं।

आजकल धोखेबाजों ने लोगों को ठगने का एक नया तरीका ईजाद कर लिया है। उन्होंने अब अपने घोटालों को अंजाम देने के लिए व्हाट्सएप वीडियो कॉल फीचर को निशाना बनाया है। इस तरीके से स्कैमर्स आपको किसी अनजान नंबर से वीडियो कॉल करते हैं। अगर आप कॉल रिसीव करते हैं तो आप अपनी स्क्रीन पर अपने करीबी रिश्तेदार का चेहरा देख पाएंगे।

ठग अब एआई की मदद से आपके करीबी रिश्तेदारों जैसा ही चेहरा और आवाज उत्पन्न कर सकते हैं और आपको वीडियो कॉल कर सकते हैं। आमतौर पर वे अपनी जरूरत बताकर पैसे मांगते हैं और वीडियो कॉल पर बात करने के बाद आप उन पर भरोसा कर लेते हैं, जिससे पैसों का लेन-देन हो जाता है।

दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइम सलाहकार किसलय चौधरी ने बताया कि पिछले महीने दिल्ली में व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि एक मामले में, एक महिला को व्हाट्सएप पर एक नए नंबर से वीडियो कॉल आया। कॉल पर उनके पति की तस्वीर और आवाज थी। उसने अपनी पत्नी से तुरंत 2 लाख रुपये ट्रांसफर करने को कहा, जो महिला ने कर दिया। बाद में पता चला कि फोन उसके पति ने नहीं किया था। जानकारी के मुताबिक ऐसे 18 फीसदी मामले राजस्थान के भरतपुर से हो रहे हैं, जबकि मथुरा उत्तर प्रदेश (यूपी) दूसरे नंबर पर है।

इसी तरह एक मामला सामने आया था जिसमें एक शख्स को उसके करीबी दोस्त की वीडियो कॉल आई, जिसकी तस्वीर और आवाज कॉल में मौजूद थी और उसने 85,000 रुपये मांगे। उन्होंने पैसे ट्रांसफर कर दिए और साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गए। इस नई तकनीक की एक मुख्य विशेषता यह है कि वीडियो कॉल के कारण लोग आसानी से भरोसा कर लेते हैं और बड़ी रकम ट्रांसफर कर लेते हैं।

किसलय चौधरी बताते हैं कि साइबर अपराधी सबसे पहले सोशल मीडिया से अपने टारगेट के बारे में पूरी जानकारी जुटाते हैं। इसके बाद वे एआई तकनीक के जरिए किसी का चेहरा और आवाज इकट्ठा करते हैं। वह निवारक उपाय भी साझा करते हैं, जिन्हें लोगों को साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने से बचने के लिए ध्यान में रखना चाहिए। वह लोगों से नए नंबर से वीडियो कॉल आने पर सावधान रहने को कहते हैं। यह सलाह दी जाती है कि ऐसी कॉल को हमेशा डिस्कनेक्ट कर दें और व्यक्ति की पहचान की पुष्टि करने के लिए पहले उस नंबर पर सामान्य कॉल करें।

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