हजारीबाग : जिला कांग्रेस कार्यालय कृष्ण बल्लभ आश्रम में देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद की 60 वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेसियों के द्वारा उनके चित्र पर पुष्प तथा माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार यादव ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद स्वाधीन भारतीय गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति थे।
अत्यंत धार्मिक भाव से जहां उन्होंने धार्मिक श्रद्धा को जीवन में स्थान दिया था , उसी भांति भारतीय संस्कृति और इतिहास के प्रति भी उन्हें लगाव था।
संस्कृत और फारसी के तो विद्वान थे ही बुद्धिमत्ता के बल पर , इस किसान पुत्र ने राष्ट्रपिता गांधीजी से प्रभावित होकर, स्वाधीनता संग्राम में पुरी निष्ठा और निडरता के साथ भाग लिया।
अपनी सादी जीवनी से वे किसानों से घुलमिल गए। पटना में सदाकत आश्रम की स्थापना उन्होंने की। देश के प्रथम राष्ट्रपति बने रहने पर भी अहंकार से दूर रहे और कर्तव्यनिष्ठ बने रहे। सन् 1962 में अवकाश प्राप्त करने पर राष्ट्र ने उन्हें भारत रत्न की सर्वश्रेष्ठ उपाधि से सम्मानित किया।
निवृत होते ही उन्होंने पुन: सदाकत आश्रम के अपने कार्यक्षेत्र को बिन्दु बनाकर शेष समय वहीं व्यतीत किया। मौके पर प्रदेश महासचिव बिनोद कुशवाहा, अशोक देव, मीडिया प्रभारी निसार खान, सुनिल अग्रवाल, अजय कुमार सिंह, कृष्णदेव प्रसाद सिंह, ललितेश्वर प्रसाद चौधरी, गुड्डू सिंह, राम सेवक सोनी, सुरजीत नागवाल, मनोज नारायण भगत, डॉ प्रकाश कुमार, नरेश गुप्ता, रविन्द्र प्रताप सिंह,
महिला कांग्रेस की बेबी देवी, कोमल कुमारी, रीतलाल मंडल, बाबर अंसारी, परवेज अहमद, सदरूल होदा, शिव कुमारी सोनी, शिव नंदन साहु, अर्जुन सिंह, अनवर हुसैन, मो। रब्बानी, खालिद मोहम्मद, विजय कुमार सिंह, धीरज कुमार यादव, भैया असीम कुमार, अजय कुमार महता, सैयद अशरफ अली, अफरोज खान, अनिल कुमार भुईंया, कौशल कुमार सिंह, मो। मुस्ताक, राजू यादव, नरसिंह प्रजापति, कृष्णा कुमार यादव, मुगेश्वर प्रसाद चौधरी के अतिरिक्त कई कांग्रेसी उपस्थित थे।