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दूर से देखने पर फूलों का बाग नजर आता है
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कोलकाता से जाकर इसे खरीद लाये हैं लोग
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उत्तर बंगाल में भी इसकी खेती प्रारंभ हुई
राष्ट्रीय खबर
कोलकाताः सोशल मीडिया में इनदिनों रंगी फूलकोभी देखकर अनेक भोजन रसिक इसे हासिल करने के लिए दूर तक का सफर करने लगे हैं। कोलकाता के अनेक लोग कोलाघाट बाजार जाकर वहां से ऐसी फूलकोभी लेकर आये हैं। इससे पहले कभी सफेद के अलावा दूसरे रंग की फूलकोभी की कोई चर्चा तक नहीं हुई थी। लोग हरे रंग की ब्रॉकली को भी हरे रंग की फूलकोभी कहते हैं।
इस बार पीला, लाल, बैगनी, हरा रंग बाजार में छा गया है। कोलाघाट के बाजार से अपने परिवार के लिए ऐसी फूलकोभी लेकर लौटे लोगों ने बताया कि वहां के आस पास के सब्जी बाजारों में इसकी जबर्दस्त बिक्री हो रही है। दूसरी तरफ बांग्लादेश की सीमा पर बसे इलाकों में बांग्लादेश से भी ऐसी रंग बिरंगी फूलकोभी आने की जानकारी मिली है।
इस जानकारी के बाद कई लोगों ने बाजार नहीं बल्कि खेतों तक का सफर तय किया है। वहां से लौटने के बाद लोगों ने इस अनुभव की जानकारी दी है। उनके मुताबिक ऐसी कोभी के खेत को दूर से देखने पर फूलों का बाग जैसा नजर आता है। करीब जाने के बाद ही पता चलता है कि दरअसल यहां फूलकोभी की खेती हुई है और पूरे खेत में अलग अलग रंग के फूलकोभी मौजूद है।
सफेद फूलकोभी के बदले ऐसी रंगीन फूलकोभी का बाजार भी तेजी से ऊपर जा रहा है। मामले की छानबीन से यह जानकारी मिली है कि सबसे पहले पूर्व मेदिनीपुर के कोलाघाट के वृंदावनचक गांव के किसान प्रमथ नाथ मांझी ने इसे आजमाया था। वह पहले से ही खेती में नये नये प्रयोग करते आते हैं।
रंगीन फूलकोभी का एक हजार पौधा लाने के बाद पहली बार उसकी खेती हुई थी। इसे देखकर आस पास के किसानों को भी ऐसे रंग बिरंगी सब्जी उगाने में आनंद आया है। इस बार इसकी फसल भी बहुत अच्छी होने की वजह से कोलाघाट और आस पास के बाजारों में सबसे अधिक आकर्षण यही रंग बिरंगी फूलकोभी ही है।
दूसरी तरफ बांग्लादेश से रंगीन फूलकोभी आने के बाद उत्तर बंगाल के किसान भी पहली बार इसकी खेती कर रहे हैं। उनकी पूरी फसल अभी तैयार नहीं हुई है। लेकिन इसके पहले ही बांग्लादेश के रंगीन फूलकोभी की चर्चा फैल जाने की वजह से इस नई सब्जी का बाजार तैयार हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि किसानों को इन रंग बिरंगी फूलकोभी की खेती से इस बार अच्छा मुनाफा हो सकता है।