राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के क्रम में लगातार विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों पर जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। इसके अलावा वैकल्पिक मीडिया से भी अपनी बात चीत उन्होंने जारी रखी है। इससे स्पष्ट है कि वह इस यात्रा के माध्यम से जो संदेश देश को देना चाहते हैं, वह जनता तक पहुंच रहा है। बड़ी बात यह है कि इसके जरिए वह भाजपा को जो संदेश दे रहे हैं, वह भी निशाने पर जा रहा है।
रविवार को पूर्व आर्मी चीफ जनरल दीपक कपूर इस यात्रा में शामिल हुए। जनरल दीपक कपूर के अलावा सेना के कई पूर्व अफसर भी राहुल के साथ कदम से कदम मिलाते नजर आए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अभी हरियाणा से गुजर रही है। भारत जोड़ो यात्रा में जनरल कपूर के शामिल होने पर भाजपा ने आपत्ति जताई है।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा है कि जनरल दीपक कपूर को महाराष्ट्र के आदर्श घोटाले में आरोपी बनाया गया था। लेकिन वे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में दिख रहे हैं। स्पष्ट है कि किसी पूर्व सेनाधिकारी का इस यात्रा में शामिल होना भाजपा को इसलिए ज्यादा नागवार गुजरा है क्योंकि हाल ही में राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना की आलोचना करते हुए सेना के प्रति अपने नजरिए को विस्तार से व्यक्त किया था। रविवार की यात्रा में भी राहुल गांधी एक बार फिर से टीशर्ट में दिखे।
कांग्रेस ने यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि रविवार की यात्रा में पूर्व सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर, सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल आर. के. हुड्डा, सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल वी. के. नरूला, सेवानिवृत्त एयर मार्शल पी. एस. भंगू, सेवानिवृत्त मेजर जनरल सतबीर सिंह चौधरी, सेवानिवृत्त मेजर जनरल धर्मेंद्र सिंह, सेवानिवृत्त कर्नल जितेंद्र गिल, सेवानिवृत्त कर्नल पुष्पेंद्र सिंह, सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डी.डी.एस. संधू, सेवानिवृत्त मेजर जनरल बिशंबर दयाल और सेवानिवृत्त कर्नल रोहित चौधरी राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए।
इतने सारे पूर्व सैन्य अधिकारियों का इस यात्रा में शामिल होना कोई आम बात नहीं है। भाजपा की चिंता इन अधिकारियों की मौजूदगी से सेना के अंदर तक पहुंच रहे संदेश से है।
राहुल गांधी के साथ पूर्व आर्मी चीफ दीपक कपूर की तस्वीर पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने आदर्श घोटाले का मुद्दा उठाया। अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि, पूर्व सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। कपूर को अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ आदर्श घोटाले में आरोपित किया गया था। इन्क्वाइरी कमेटी की राय थी कि सशस्त्र बलों को बदनाम करने के लिए उन्हें किसी भी सरकारी पद या कार्यालय को संभालने से वंचित किया जा सकता है।
आदर्श घोटाला 2011 में सामने आया था। इस घोटाले में एक निजी हाउसिंग सोसायटी को कोलाबा में एक प्लॉट पर 31 मंजिला कॉमप्लेक्स बनाने के लिए एनओसी मिल गई थी। इस प्लॉट पर करगिल युद्ध के नायकों और उनके परिवारों को घर मिल मिलनी थी। लेकिन इस कॉमप्लेक्स में उन्हें ही घर नहीं मिला। इसी घोटाले में नाम आने की वजह से महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी।
इसलिए भाजपा ने यह सवाल उठाया है लेकिन जिस मौके पर यह सवाल उठाया गया है, वह खुद सवालों के घेरे में है क्योंकि जब तक जनरल कपूर यात्रा में शामिल नहीं हुए थे, भाजपा को यह घोटाला याद नहीं आया था। इससे स्पष्ट है कि राहुल गांधी ने पिछले दिनों अग्निवीर .योजना की खामियों के बारे में विशाल जनसभा में जो बातें कही थी, वह भाजपा को नागवार गुजरी हैं। इसलिए आनन फानन में यह बयान आ गया।
वैसे भाजपा की तरफ से टी शर्ट से लेकर अन्य मुद्दों पर आरोप लगाने अथवा सवाल उठाने का अंतिम परिणाम क्या हुआ है, यह देश देख रहा है। दूसरी तरफ अब कांग्रेस भी हर स्तर पर भाजपा के खिलाफ बहुत अधिक आक्रामक हो चुकी है। भाजपा का हर स्तर पर बचाव और सहयोग करने वाली मीडिया भी अब ऐसे सवालों के घेरे में हैं।
राहुल गांधी बार बार अपनी जनसभाओं में मीडिया को निशाने पर लेते हुए यह स्पष्ट कर रहे हैं कि मुख्य धारा की मीडिया के बारे में उनकी राय अब क्या है। इसलिए अब अन्य स्तरों पर भी मीडिया के अंदर छिपे भाजपा समर्थकों पर सीधे सीधे सवाल उठाये जा रहे हैं।
अजीब स्थिति यह है कि अब राहुल गांधी द्वारा उठाये गये मुद्दों पर जनता भी भाजपा से सवाल पूछने लगी है। इसलिए भाजपा को पहली बार उन सवालों से दो चार होना पड़ रहा है, जिनका उत्तर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अथवा अमित शाह भी देना नहीं चाहते हैं। इससे साफ है कि अब राहुल सही निशाना लगाना सीख गये हैं।