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निलंबित थाना प्रभारी रतन सिंह को बर्खास्त करे सरकार : सुनील कु. सिंह

रांचीः देवघर नगर थाना प्रभारी रतन सिंह को बर्खास्त करने की मांग को लेकर वेटरन आर्गेनाइजेशन ऑफ झारखंड के तत्वाधान में राजभवन के पास प्रदर्शन किया गया। मौके पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सैनिक मुकेश कुमार, पूर्व सैनिक बीरेंद्र सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में पूर्व सैनिक, बैंक कर्मचारी व आम लोग शामिल हुए।

लोगों ने गार्ड अशोक यादव को बाइज्जत रिहा करने तथा थाना प्रभारी को बर्खास्त कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। रतन सिंह पर पंजाब नेशनल बैंक के गार्ड व पूर्व सैनिक अशोक यादव के साथ मारपीट करने व जेल भेजने का आरोप है। प्रदर्शन में शामिल राष्ट्र बचाओ आंदोलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व सैनिक अशोक यादव के साथ मारपीट की घटना न सिर्फ उनका अपमान है बल्कि यह देश के सैनिकों का भी अपमान है।

जब सैनिक मौसम के विपरीत परिस्थितियों में तिरंगा और देश की सेवा में पूरी निष्ठा के साथ काम करते हैं, हम उन्हीं सैनिकों की पहरेदारी के कारण  चैन से सो पाते हैं। वहीं दूसरी ओर पुलिस के द्वारा वर्दी के गुरुर में आम जन के साथ अपराधियों के जैसा बर्ताव किया तो जाता ही है, सेना व पूर्व सेना के जवानों के साथ भी  पुलिस के द्वारा असहयोगात्मक रवैया अपनाया जाता है।

इससे साबित होता है कि राज्य की विधि-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सुनील सिंह ने कहा कि एक तरफ राज्य में आपराधिक तत्वों का बोलबाला है, वहीं दूसरी ओर पुलिस हेलमेट व मास्क चेकिंग के बहाने आम सीधे-साधे लोगों को परेशान कर रुपये ऐंठने में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि आखिर पुलिस क्या साबित करना चाहती है, झारखंड में सिर्फ पुलिस की दबंगई और पुलिसिया राज ही चलेगा?

श्री सिंह ने कहा कि देवघर की घटना पहली घटना नहीं है जहां पूर्व सैनिक के साथ मारपीट की गयी हो इसके पहले भी चतरा के मयूरहंड प्रखंड में भी सेना के जवान पवन यादव के साथ पुलिस ने लात-घूसों की बरसात कर सरेआम गुंडागर्डी प्रदर्शित की थी। इस तरह की घटना से पुलिस महकमे पर कई सवालिया निशान खड़ा होते हैं और पूरा पुलिस महकमा शर्मसार होता है।

यह हमारा समाज व प्रदेश ही नहीं पूरे देश को अपमान करनेवाली घटना है। पूरे राज्य की जनता में भय का माहौल व्याप्त है। श्री सिंह ने आगे कहा कि आज ऐसे ही पुलिस पदाधिकारियों के चरित्र के कारण अच्छे पुलिस पदाधिकारी भी बदनाम होते हैं और उन्हें आपराधिक दृष्टिकोण से देखा जाता है।

जो पुलिस पदाधिकारी उचित सम्मान के हकदार होते हैं उन्हें भी ऐसे पुलिस पदाधिकारियों के कारण उचित सम्मान नहीं मिल पाता है। श्री सिंह ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए निलंबित थाना प्रभारी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व डीजीपी नीरज सिन्हा से बर्खास्त करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि उक्त आरोपी थाना प्रभारी पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाये, ताकि इस तरह की घटना की पुनर्रावृति न हो। साथ ही अशोक यादव को बाइज्जत रिहा किया जाए।

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