-
सभी लोग विदेश ले भारत लौटे हैं
-
पचास से अधिक लोग संपर्क में आये
-
अब सभी संपर्क वालों की जांच की गयी
राष्ट्रीय खबर
कोलकाताः पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के नये वेरियंट बीएफ 7 के रोग पाये गये हैं। इतना ही नहीं बार बार पूर्व चेतावनी दिये जाने के बाद भी इनलोगों को दूसरों से खुद को अलग रखने का काम नहीं किया है। इसकी वजह से अनेक अन्य लोग भी उनके संपर्क में आये हैं। भारत में कोरोना फैलने के प्रारंभ में इसके लिए तबलीगी जमात को जिम्मेदार ठहराया गया था।
दरअसल उस वक्त भी विमानों से विदेशों से लौटने वाले ही अपने साथ यह संक्रमण ले आये थे। इनलोगों ने अपनी बीमारी छिपायी थी और हवाई अड्डों में हो रही जांच में पकड़े जाने से बचने के लिए बुखार उतारने की दवा विमान उतरने के आधा घंटे पहले खा ली थी। सिर्फ एक चर्चित मॉडल के बारे में पता चला था कि वह ब्रिटेन से यह संक्रमण लेकर आयी थी।
वैसे अमीर लोग, जो चार्टर्ड विमानों से भारत लौटे थे, बिना किसी जांच के निकल गये थे। इस बार कोरोना की जिनोम सिक्वेंसिंग में इस बात की पुष्टि हो गयी है। जिन चार लोगों में कोरोना का नया वेरियंट इस बार पाया गया है वे विदेश से लौटे थे। यहां भी जिनोम सिक्वेंसिंग के ही उनमें संक्रमण होने का पता चला है।
वैसे यह चारों लोग फिलहाल स्वस्थ हैं और कोरोना के विषाणु अब तक उनके शरीर में पूरी तरह सक्रिय नहीं हुए हैं। इनमें से एक कोलकाता का निवासी हैं जबकि एक महिला सहित तीन लोग एक ही परिवार के हैं। इस जांच से कोरोना के नये वेरियंट के यहां पहुंचने की पुष्टि हो चुकी है। दूसरी तरफ जांच रिपोर्ट की जानकारी मिलने के बाद चारों को दूसरों से मिलने से मना किया गया है। जिनलोगों से वे मिल चुके हैं, उनकी पहचान कर उनकी भी जांच की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक कोलकाता के जिस व्यक्ति में यह संक्रमण मिला है, वह मूल रुप से बिहार का निवासी है। उनके संपर्क में 22 लोग आये थे। बाकी तीन लोग राज्य के नदिया जिला के रहने वाले हैं। इन तीनों के संपर्क में 33 लोग आये थे। इन सभी के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है।
वैसे स्वास्थ्य विभाग ने इस बात के लिए आश्वस्त किया है कि वैक्सिन लेने की वजह से यहां चीन जैसी विकट परिस्थिति उत्पन्न होने की आशंका नहीं है। एहतियात के तौर पर राज्य के सभी अस्पतालों को आगामी 25 जनवरी तक कोरोना रोगियों की देखभाल की आपात व्यवस्था कर लेने का निर्देश दिया जा चुका है।
बताया गया है कि जिन रोगियों को सांस की तकलीफ होगी, सिर्फ उन्हें ही तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। शेष लोगों को अपने अपने घरों में क्वारेंटीन यानी एकांतवास में रहने का निर्देश जारी किया गया है। अस्पतालों को फिर से अतिरिक्त ऑक्सीजन का इंतजाम करने के निर्देश दिये जा चुके हैं। साथ ही मास्क के निर्देश को फिर से लागू कर दिया गया है।