कियेबः यूक्रेन के दक्षिणी कमांड के प्रभारी सैन्य अधिकारी ने अचानक किसी बहुत बड़े रूसी हमले के लिए तैयार रहने की बात कही है। यूक्रेन के इस इलाके के प्रभारी मेजर जनरल आंद्री कोवालचुक ने कहा कि रूसी सेना लाखों की संख्या में हमला कर सकती है। इसलिए किसी नये छोर पर होने वाले बहुत व्यापक हमले के लिए देश को तैयार रहना चाहिए।
इसके बीच ही रूसी मिसाइलों की बारिश की वजह से राजधानी कियेब में बिजली व्यवस्था बार बार बाधित हो रही है। कड़ाके की ठंड में बिजली के गुल होने की वजह से यहां के नागरिकों को बहुत कठिनाई हो रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की पहले ही यह आरोप लगा चुके हैं कि दरअसल रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने मौसम को भी एक हथियार बना रखा है। इसके जरिए वे लोगों को घुटने टेकने पर मजबूर करना चाहते हैं।
मेजर जनरल कोवालचुक ने कहा कि अगर पुतिन ने आदेश दिया तो लाखों रूसी सेना किसी एक छोर पर हमला तो कभी भी कर सकती है। इसलिए देश को हर तरफ से अचानक होने वाले किसी भी हमले के लिए खुद को हमेशा तैयार रखना चाहिए। वह मानते हैं कि युद्ध के इतने दिनों से यह साबित हो गया है कि यूक्रेन की सेना इस किस्म के हमलों का मुकाबला कर सकती है। मित्र देशों से मिल रहे हथियारों और अन्य सहयोग की मदद से हम दस लाख तक की सेना को रोकने की क्षमता रखते हैं।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों से जो हथियार मिल रहे हैं, वे जितने अचूक निशाना लगायेंगे, युद्ध में रूस को नुकसान उतना ही अधिक होगा। वैसे उन्होंने यह कहकर पश्चिमी देशों को भी चौंका दिया है कि अब यूक्रेन को सामान्य किस्म के हथियार नहीं चाहिए। यूक्रेन की जीत के लिए उसे क्लस्टर हथियार देना होगा।
ऐसे हथियारों को उपलब्ध कराने पर दुनिया के एक सौ देशों में पहले ही प्रतिबंध लगा रखा है। मेजर जनरल कोवालचुक ने कहा कि अगर रूसी सेना अब उत्तरी छोर पर भी हमला करती है तो उसे रोका जा सकता है। उनके मुताबिक बेलारूस के रास्ते यह हमला शायद अगले फऱवरी के अंत में होगा। इस बीच हमारी निगरानी और बेहतर हुई है। इस वजह से रूसी सेना अचानक कुछ भी कर पाने की स्थिति में नहीं है।