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राजस्थान में भाजपा का कांग्रेस जैसा हाल नजर आया

  • दोनों ने एक दूसरे पर थप्पड़ चलाये

  • कौन सीनियर इसका था असली विवाद

  • दूसरे नेताओं ने किसी तरह अलग किया

राष्ट्रीय खबर

जयपुरः भाजपा की दो महिला नेत्रियों के बीच जमकर मारपीट का वीडियो सार्वजनिक हो गया है। भाजपा की जनाक्रोश यात्रा के दौरान ही यह मारपीट हुई है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि दोनों ने एक दूसरे पर थप्पड़ भी चलाये हैं। दोनों के बीच की मारपीट और आगे बढ़ती, इसके बीच ही वहां मौजूद दूसरे लोगों ने किसी तरह दोनों को खींचकर अलग किया।

स्थानीय लोगों ने इस घटना का मजा लिया है और यह चर्चा होने लगी है कि पहले ऐसे दृश्य कांग्रेस में देखने को मिलते थे। अब भारतीय जनता पार्टी के लोग भी उसी रास्ते पर चलने लगे हैं।

यह मामला अलवर का है। इधर, इस यात्रा से पहले हुई बैठक में भी दो भाजपा नेताओं के बीच बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि मंडल अध्यक्ष ने दूसरे नेता को धमकाया कि यहां से जाओ नहीं तो उठाकर गाड़ी में पटक दूंगा। ये पूरा मामला अलवर के थानागाजी का है। दरअसल,10 दिसंबर को थानागाजी के सालेटा में जनाक्रोश यात्रा पहुंची थी।

यहां महिला मोर्चा संयोजक प्रियंका शर्मा और पूर्व जिला मंत्री रूबिया उपाध्याय के बीच रथ में बैठने को लेकर विवाद शुरू हो गया। रूबिया ने खुद को सीनियर बताया तो प्रियंका शर्मा भड़क गई और कहने लगी कि तेरी औकात दो कौड़ी की भी नहीं है, इतना सुनते ही रूबिया आग बबूला हो गई और प्रियंका शर्मा को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद दोनों भिड़ गईं और एक-दूसरे पर थप्पड़ बरसाती रही।

महिलाओं को सार्वजनिक तौर पऱ इस तरीके से लड़ते देख पार्टी के दूसरे नेता कुछ देर के लिए हक्के बक्के रह गये। फिर जाकर लोगों ने किसी तरह दोनों को अलग किया। इस घटना के बाद रुबिया उपाध्याय ने कहा कि जनाक्रोश यात्रा की कुल 22 लोगों की टीम है। इसमें मैं महिला संयोजक हूं। मुझे धमरेड़ी मंडल में जाना नहीं हुआ। आगे किशोरी में गए।

उधर प्रियंका शर्मा ने कहा गड़बसी में मुझे रुबिया सहित चार जनों ने अभद्र व्यवहार किया। इसके बाद सालेटा पहुंचे तो वहां कार्यक्रम के बाद रुबिया ने मेरे बारे में गलत बात बोली। मुझे धक्का मारा। मैंने मेरे बचाव में हाथ उठाया है। पहले रुबिया ने मुझे थप्पड़ मारा है।

थप्पड़बाजी की घटना से पहले थानागाजी के सालेटा में सभा का आयोजन किया गया था। यहां पूर्व कैबिनेट मंत्री हेम सिंह भड़ाना की मौजूदगी में मीटिंग हो रही थी और मंडल अध्यक्ष श्रवण सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान महंत प्रकाश दास के बीच में बोलने पर मंडल अध्यक्ष श्रवण सिंह ने साफ कह दिया कि आप यहां से जाओ, ये आपका मंडल नहीं है। जब वे चुप नहीं हुए तो इतना तक कहा गया कि जाओ नहीं तो गाड़ी में पटक दूंगा। जबकि महंत प्रकाशदास ने पिछली बार भी थानागाजी विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी का टिकट मांगा था।

वे पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय रहते हैं और राजगढ़ गद्दी के महंत हैं। प्रकाश दास ने कहा कि पूर्व मंत्री हेम सिंह भड़ाना के इशारे पर हो रहा है। मैं थानागाजी से प्रबल दावेदार हूं। उसे मेरी दावेदारी खटक रही है। उनका जनता में विरोध है और इस कारण रोजाना कहीं न कहीं झगड़ा कराने का काम हो रहा है। कार्यकर्ताओं को अपमानित किया जा रहा है। इसी कारण मंडल अध्यक्ष ने यह व्यवहार किया है। वहीं, श्रवण जांगिड़ का कहना है कि महाराज न पार्टी में है और न कोई उनके पास जिम्मेदारी है। वे अनर्गल आरोप लगाते हैं। हमारी यात्रा सफल रही है। कुछ नेताओं की अपनी महत्वकांक्षा हो सकती है। उनके आपस में ही आरोप है। मेरा इन दोनों मामलों से कोई मतलब नहीं रहा है। मारपीट की घटना मेरे सामने भी नहीं हुई।

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