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नरेंद्र मोदी को कोई चुनौती नहीं लेकिन उसके बाद

गुजरात चुनाव में सफलता का पूरा श्रेय अकेले नरेंद्र मोदी को ही जाता है क्योंकि उन्होंने अपने गढ़ को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी। उनके इस प्रयास का परिणाम यह निकला कि भाजपा ने जीत का नया रिकार्ड बना दिया है। वरना कांग्रेस के गुपचुप प्रचार और आम आदमी पार्टी की तड़क भड़क के बीच भाजपा के कार्यकर्ता कई अवसरों पर हैरान भी हो गये थे।

अनेक ऐसे चुनावी युद्धों के विजेता मोदी ने अपने दम पर इस पूरी लड़ाई को न सिर्फ लड़ा बल्कि जीत दर्ज करने में नया कीर्तिमान गढ़ दिया।  गुजरात में भाजपा लगातार 7वीं बार सरकार बना रही है। इस जीत के बाद जनता और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करने के लिए गुरुवार शाम दिल्ली के भाजपा हेड ऑफिस में प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी भी पहुंचे।

उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जनता जनार्दन के सामने नतमस्तक हूं, ये जनादेश अभिभूत करने वाला है। उन्होंने इशारों ही इशारों में हिमाचल प्रदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि जहां भारतीय जनता पार्टी प्रत्यक्ष नहीं जीती, वहां भाजपा का वोट शेयर आपके स्नेह का साक्षी है। उन्होंने कहा कि मैं गुजरात, हिमाचल और दिल्ली की जनता का आभार जताता हूं। आपका प्यार उपचुनावों में भी दिखा।

यूपी के रामपुर में भाजपा जीती है। बिहार के चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन आने वाले दिनों का प्रदर्शन कर रहा है। मोदी ने कहा कि चुनावों के दौरान मैंने गुजरात की जनता से कहा था, इस बार नरेंद्र का रिकॉर्ड टूटना चाहिए। मैंने वादा किया था कि भूपेंद्र नरेंद्र का रिकॉर्ड तोड़ें, इसके लिए मैं जी जान से कोशिश करूंगा।

जनता ने गुजरात के इतिहास का सबसे प्रचंड जनादेश भाजपा को देकर नया इतिहास रच दिया है। ढाई दशक से लगातार सरकार में रहने के बावजूद ऐसा प्यार अभूतपूर्व है। लोगों ने जाति-वर्ग आदि विभाजन से ऊपर उठकर भाजपा को वोट दिया। पीएम ने कहा कि इस चुनाव में वोट देने वाले एक करोड़ से भी ज्यादा ऐसे वोटर्स थे, जिन्होंने कांग्रेस का कुशासन नहीं देखा, सिर्फ भाजपा की ही सरकार देखी। युवा सवाल पूछना जानते हैं।

युवा तभी वोट देते हैं, जब उन्हें भरोसा दिखता है, जब उन्हें काम दिखता है। युवाओं ने भाजपा को वोट देकर संदेश दिया है कि उन्होंने हमारे काम को जांचा-परखा और उस पर भरोसा किया। मोदी बोले- युवा भाजपा की विकास वाली योजनाएं चाहते हैं। युवाओं को न जातिवाद चाहिए न परिवारवाद। युवाओं का दिल विजन और विकास से ही जीता जा सकता है। जब महामारी के घोर संकट के बीच बिहार में चुनाव हुए थे, तब जनता ने भाजपा को आशीर्वाद दिया।

महामारी के बाद यूपी समेत तमाम राज्यों में चुनाव हुए तब भी जनता ने भाजपा को चुना। आज जब भारत विकसित भारत की ओर बढ़ रहा है, तब जनता का भरोसा भाजपा पर है। अगर कोई ईमानदारी से आत्म चिंतन करे तो आजादी के बाद से पहली बार आज देश में पहली ऐसी सरकार है जो महिलाओं की समस्याएं और जरूरतें समझने का प्रयास कर रही है और उनके लिए योजनाएं बनाने का काम कर रही है।

हर महिला के लिए जितना भाजपा सरकार ने किया, उतना किसी ने नहीं किया। भाजपा के सात-आठ साल के काम अन्य सरकारों के पचास साल के काम से ज्यादा ज्यादा हैं। आने वाला समय हम सबके लिए महत्वपूर्ण है। सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से काम करना है। आइए हम विकसित भारत के अभियान में जुड़ें। मोदी ने कहा कि इन चुनावों में बहुत लोगों को जानने पहचानने का अवसर मिल चुका है।

जो‌ लोग खुद को न्यूट्रल कहते हैं, उनके बारे में देश को जानना जरूरी है। हिमाचल, उत्तराखंड में कितने लोगों की जमानतें जब्त हुईं, उन लोगों को भी जानना चाहिए। राजनीति में सेवा भाव से एक सेवक की तरह काम करना जैसे डिस्क्वालिफिकेशन माना जा रहा है। हमारे गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल दो लाख वोटों से जीते हैं, ये बड़ी बात है, लेकिन ठेकेदारों का तराजू कुछ और है। इसलिए हमें अपनी सहन शक्ति और समझ शक्ति को बढ़ाकर आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि 2002 के बाद मेरे जीवन का कोई ऐसा पल नहीं रहा, जिसकी धज्जियां न उड़ाई गई हों, लेकिन मैं खुद में बदलाव लाता गया, सीखता गया।

आलोचनाओं ने भी हमें खूब सिखाया। हमें अपनी शक्ति को बढ़ाना है। कठोर से कठोर, झूठे आरोपों को सहन करने वाला बनाना है। जुल्म बढ़ने वाला है, मुझ पर भी आप पर भी, क्योंकि ये हार नहीं पचा पाएंगे। हमें अपनी सहन शक्ति बढ़ाना है। 2047 में जब हम आजादी के सौ साल मनाएंगे, तब हम अपने युवाओं के हाथों में विकसित भारत देकर जाएंगे। इसलिए यह सवाल जरूरी और प्रासंगिक है कि नरेंद्र मोदी के बाद गुजरात और भाजपा का नेतृत्व कौन कर पायेगा।

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