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36 हथियार और करोड़ों की ड्रग्स ज़ब्त

पूर्वोत्तर में आतंक और तस्करी पर कड़ी कार्रवाई

  • उग्रवादी समूह के नौ गिरफ्तार किये गये

  • म्यांमार सीमा के पास से मादक बरामद

  • सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान जारी है

भूपेन गोस्वामी

गुवाहाटीः पूर्वोत्तर भारत में सुरक्षा बलों ने आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कई बड़ी सफलताएँ हासिल की हैं। मणिपुर में सेना, असम राइफल्स और पुलिस के संयुक्त अभियानों में सात जिलों से नौ कट्टर उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। ये उग्रवादी सोरेपा, आरपीएफ/पीएलए, केसीपी और यूएनएलएफ जैसे समूहों से जुड़े थे। इन अभियानों में 36 हथियार (एसएलआर, इंसास, एआर-15/एम-16, पिस्तौल आदि), 82 राउंड गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई।

इसके अतिरिक्त, सुरक्षा बलों ने म्यांमार सीमा के पास टेंग्नौपाल जिले में एक लावारिस बाइक से 39 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 1,20,000 मेथैम्फेटामाइन गोलियाँ (वजन 13 किलोग्राम) जब्त कीं। पुलिस ने असम राइफल्स पर घात लगाकर हमला करने के मुख्य आरोपी खुंडोंगबाम ओजित सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जिसके पास से हथियारों का एक बड़ा जखीरा मिला। शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए तलाशी अभियान और नाकेबंदी जारी है, जिसमें पिछले 24 घंटों में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।

केंद्र सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग) [एनएससीएन (के)] और उसके सभी गुटों पर अगले पाँच साल के लिए प्रतिबंध बढ़ा दिया है। यह फैसला उनकी हिंसक, राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के साथ गठबंधन को देखते हुए लिया गया है। मिजोरम में असम राइफल्स ने एक खुफिया जानकारी आधारित अभियान में 11.40 करोड़ रुपये मूल्य की 1.377 किलोग्राम हेरोइन जब्त की और तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। ये समन्वित कार्यवाहियाँ पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और नशीले पदार्थों पर नियंत्रण के प्रति सुरक्षा बलों की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।