महादेव बेटिंग एप मामले में सीबीआई की कार्रवाई जारी
राष्ट्रीय खबर
रायपुरः ईडी के बाद सीबीआई ने भूपेश बघेल के कार्यकाल के दौरान सट्टेबाजी घोटाले की जांच के सिलसिले में उनके आवास पर छापा मारा। सीबीआई ने बुधवार सुबह छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर छापा मारा। इससे कुछ दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में उनके आवास पर छापेमारी की थी।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की छापेमारी राज्य में बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान कथित सट्टेबाजी घोटाले से जुड़ी है। एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी के अधिकारी रायपुर और भिलाई में बघेल के आवासों और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा पूर्व मुख्यमंत्री के एक करीबी सहयोगी के आवासीय परिसरों पर पहुंचे।
कांग्रेस नेता टी.एस. सिंह देव ने छापेमारी की निंदा करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार लोगों का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। देव ने कहा, पहले ईडी, फिर सीबीआई – जांच एजेंसियों ने भाजपा की बी टीम के रूप में काम करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। हाल ही में जब सरकार को खुद विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की रिपोर्ट दिखानी पड़ी, तो यह स्पष्ट हो गया कि यह केवल डराने और परेशान करने का हथियार बन गया है।
भाजपा द्वारा राजनीतिक द्वेष से की जा रही यह कार्रवाई लोकतंत्र का हनन है। देव पिछले सप्ताह संसद में केंद्र द्वारा किए गए उस खुलासे का जिक्र कर रहे थे जिसमें कहा गया था कि ईडी ने पिछले 10 वर्षों में देश भर में मुख्य रूप से विपक्षी नेताओं के खिलाफ 193 मामले दर्ज किए हैं, लेकिन उनमें से केवल दो में ही सजा हुई।
देव ने कहा, यह बेहद निंदनीय है कि एजेंसियां छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को बार-बार परेशान कर रही हैं। यह भूपेश जी की छवि खराब करने की भाजपा की नाकाम कोशिश है। राज्य की भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ को चलाने में असमर्थ है, इसलिए वह जनता से जुड़े मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के प्रयास कर रही है।
एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में बघेल की टीम ने कहा: अब सीबीआई आ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए गठित ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की बैठक के लिए आज दिल्ली जाने वाले हैं। उससे पहले ही सीबीआई रायपुर और भिलाई निवास पहुंच गई है।
सीबीआई ने कहा कि एजेंसी छत्तीसगढ़, भोपाल, कलकत्ता और दिल्ली में 60 स्थानों पर तलाशी ले रही है, जिसमें राजनेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव बुक के प्रमुख पदाधिकारियों और ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में शामिल होने के संदिग्ध अन्य व्यक्तियों के परिसर शामिल हैं।
एजेंसी ने एक बयान में कहा, यह मामला महादेव बुक के अवैध संचालन से संबंधित है, जो रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर द्वारा प्रवर्तित एक ऑनलाइन सट्टेबाजी मंच है, जो वर्तमान में दुबई में स्थित है। जांच से पता चला है कि प्रमोटरों ने अपने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू और निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने के लिए कथित तौर पर लोक सेवकों को ‘सुरक्षा धन’ के रूप में बड़ी रकम का भुगतान किया।
यह मामला शुरू में आर्थिक अपराध शाखा, रायपुर द्वारा दर्ज किया गया था और छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार द्वारा इसे सीबीआई को सौंप दिया गया था। 10 मार्च को ईडी ने पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए शराब घोटाले के सिलसिले में बघेल और उनके बेटे चैतन्य के भिलाई स्थित आवास पर छापेमारी की थी।