हंगामे के बीच रेल बजट पर केंद्रीय रेल मंत्री का बयान
-
रेलवे की प्रगति की रिपोर्ट पेश की
-
यात्रियों के किराये में अनुदान होता है
-
कुंभ पर मोदी के बयान पर हंगामा
नईदिल्लीः रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि सरकार आम लोगों के लिए रेल यात्रा को सुगम बना रही है और इसके लिए उनका मंत्रालय जनरल कोच तथा स्लीपर कोच ज्यादा संख्या में लगाने पर फोकस कर रहा है ताकि देश के आम नागरिकों को रेलवे की सेवा का पूरा लाभ मि सके।
श्री वैष्णव ने मंगलवार को लोकसभा में वर्ष 2025-26 के रेल मंत्रालय के नियंत्राधानीन अनुदानों की मांगों पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि रेलवे में भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा में पेपरलीक जैसी कोई समस्या अब नहीं हो रही है और सहज तथा सरलता से रेलवे के पेपर कराए जा है। उन्होंने कहा कि रेलवे ने पांच लाख लोगों को नौकरी दी है और आरक्षण के सभी नियमों का पालन किया गया है। पहली बार रेलवे में भर्ती का कलेंडर तैयार किया गया है और उसका पालन किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि रेलवे के सामान्य कोच बढाने की बात आई है।
कुंभ के दौरान नये स्टेशन बनाए गये, नये फ्लाइओवर ब्रिज और अंडर पास बनाए गये ताकि यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। अभी होली में सरकार ने 1160 ट्रेने इस बार होली पर विशेष रूप से चलाई गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनरल कोच, स्लीपर कोच, अमृत भारत, वंदे भारत कोच बनाए जा रहे हैं और इन ट्रेनों की संख्या बढे इसके लिए कोच की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। अन्य पड़ोसी देशों से तुलना करें तो भारत में रेलवे का किराया कम है।
रेलवे अपने यात्रियों को पांच हजार करोड रुपए की सब्सिडी देती है। भारत दुनिया में तीन सबसे बड़े लाजस्टिक देशों में शामिल हो गया है और इस साल 1.6 अरब कार्गो की ढुलाई करेगा। इसके साथ ही देश चीन और अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बडा हब बन गया है। देश में 34 हजार रेलवे ट्रैक बने हैं जो जर्मनी के नेटवर्क से भी ज्यादा है। देश में 50 किलोमीटर रेल पटरियां बदली गई हैं। इंजन का उत्पादन 1400 पहुंच गया है। देश में दो लाख बैगन जोड़े गये हैं।
इससे पहले लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयागराज महाकुंभ पर दिये वक्तव्य पर विपक्ष को बोलने का मौका नहीं देना नियमों का उल्लंघन बताते हुए मंगलवार को हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। श्री मोदी के प्रयागराज पर वक्तव्य देने के बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया जिसके कारण लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित कर दी।
स्थगन के बाद एक बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरु हुई तो कांग्रेस तथा विपक्षी सदस्य सदन के बीचोंबीच आकर हंगामा करने लगे। पीठासीन अधिकारी जगदम्बिका पाल ने हंगामें के बीच ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को वर्ष 2025-26 रेलमंत्रालय के नियंत्राणाधीन अनुदानों की मांगों पर कल दिनभर चली चर्चा का जवाब देते हुए कहा तो विपक्ष के सदस्यों का हंगामा और बढ़ गया।
इस बीच पीठासीन अधिकारी ने जलशक्ति मंत्रालय से संबंधित अनुपूरक अनुदान मांगों पर चर्चा के लिए भाजपा के जगदम्बिका पाल का नाम लिया और श्री पाल ने हंगामे बीच ही चर्चा की शुरुआत कर दी लेकिन हंगामा और बढ़ने लगा। पीठासीन अधिकारी संध्या राय ने सदस्यों को हंगामा नहीं करने और अपनी सीटों पर जाने का आग्रह किया लेकिन सदस्यों ने उनके आग्रह को अनसुना करके हंगामा जारी रखा जिसके कारण उन्होंने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।