मणिपुर में वर्तमान सरकार को बदलने का आग्रह
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कभी भी हो सकता है सत्ता परिवर्तन
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इंफाल पूर्व में जबरन वसूली का आरोप
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छापामारी में हथियार डिपो ध्वस्त किया
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी : विश्व मैतेई परिषद ने आज कहा कि मुख्यमंत्री एन वीरेन सिंह को किसी भी समय हटाया जा सकता है। यह संकेत भाजपा अध्यक्ष और भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की ओर से आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विश्व मैतेई परिषद और मणिपुर के अन्य सार्वजनिक संगठनों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही कुछ किया जाएगा। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, विश्व मैतेई परिषद (डब्ल्यूएमसी) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर में सामान्य स्थिति और शांति बहाल करने के लिए वर्तमान मणिपुर सरकार को बदलने का आग्रह किया। बहुसंख्यक मैतेई समुदाय के एक प्रमुख निकाय डब्ल्यूएमसी ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में मौजूदा मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को बदलने की मांग की, जिन्होंने परिषद के अनुसार, 17 महीने बाद भी सामान्य स्थिति बहाल करने में असमर्थता दिखाई है।
परिषद ने कहा कि भारतीय सेना और केंद्रीय बलों की मौजूदगी, जिनकी संख्या लगभग 60,000 है, अप्रभावी लगती है क्योंकि वे कुकी उग्रवादियों, जो सरकार के साथ ऑपरेशन निलंबन समझौते के तहत हैं, द्वारा मैतेई बसे गांवों पर हमला करते हुए देखते रहते हैं। इससे न केवल मणिपुर में बल्कि विश्व स्तर पर भारतीय सेना की प्रतिष्ठा कमज़ोर होती है, और हमारे राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुँचता है। कहा गया है कि मौजूदा मुख्यमंत्री की घोर अक्षमता के कारण मणिपुर के लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। लोग अपनी ही मातृभूमि में शरणार्थी बन गए हैं। क्या वे ऐसी सरकार के हकदार नहीं हैं जो जवाबदेह और जिम्मेदार हो। इस पत्र के लीक हुए हिस्सों में विधानसभा अध्यक्ष सत्यब्रत, मंत्री टी. विश्वजीत और वाई खेमचंद के हस्ताक्षर दिखाए गए हैं। विश्वजीत और खेमचंद असंतुष्ट हैं, विधानसभा अध्यक्ष सत्यब्रत बीरेन सिंह के वफादार हैं।
दूसरी ओर,मणिपुर पुलिस के जबरन वसूली निरोधक दस्ते और इंफाल पूर्वी जिला पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी, पीपुल्स वार ग्रुप (केसीपी-पीडब्लूजी) के छह संदिग्ध कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों को मंगलवार को इंफाल पूर्वी जिले के जेएनआईएमएस अस्पताल और पोरोमपत इलाकों से पकड़ा गया। अभियान के दौरान गिरफ्तार लोगों के पास से तीन वाहन और 3.88 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार, यह अभियान खुफिया जानकारी मिलने के बाद चलाया गया, जिसमें पता चला कि लोगों का एक बड़ा समूह अवैध हथियारों के लेन-देन और जबरन वसूली में शामिल है।